झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है, हम फिर से सरकार बनायेंगे. हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में वे बोल रहे थे. कहा कि कुछ दिन पहले हम इंडिया गठबंधन की ओर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के दफतर गये थे. हम लोगों ने आयोग के समक्ष असम के मुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. आरोप लगाया कि वे जिन शब्दों का प्रयोग अपनी बातों में कर रहे हैं, राज्य सरकार की आलोचना करते करते व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं, धर्म-संप्रदाय के आधार पर लोगों को बांट रहे हैं, यह अत्यंत चिंताजनक है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने हम लोगों से कहा है कि वे इसका संज्ञान लेंगे. कल 11 बजे इसकी जांच होगी और कार्रवाई होगी।
सुप्रियो ने कहा कि केवल कार्रवाई से काम नहीं चलेगा. कहा कि तत्काल प्रभाव से हेमंता बिस्वा सरमा के झारखंड में प्रवास व भ्रमण पर रोक लगनी चाहिए. यह झारखंड की समग्र परंपरा के खिलाफ है. मैं बीजेपी से एक सवाल करना चाहता हूं. 2011 में इस देश में अंतिम जनगणना हुई. क्या उस समय बीजेपी अस्तित्व में नहीं थी. क्या राज्य अलग हुए 11 साल नहीं हुए थे, उस समय घुसपैठिये की बात नहीं आयी, बांग्लादेशी घुसपैठिये की बात नहीं आयी, 2014 में नहीं आयी, 2019 में नहीं आयी कौन सा सर्वे है कि 2024 में अचानक आ गया और कह दिया गया कि झारखंड में बांग्लादेशी हैं. आप के पास मुद्दे नहीं हैं, नेतृत्व नहीं है,हम लोगों ने कल भी कहा था अभी सांप्रदायिक सौहार्द्र के साथ पर्व मनाने का समय है. चुनाव भी लोकतंत्र का पर्व है. जिस में सभी धर्म के लोग शामिल होंगे, अभी छठ आयेगा. दलित के घर से बना हुआ सूप व दौरा आयेगा. हमारे राईन समाज के लोग फल बेचने का काम करते हैं, घाटों की सफाई हो रही, उस वक्त में इस प्रकार की बात करना , जब समाज को एक होना है, एक साथ छुटियां मनाना है, और कैसे कैसे शब्द कहे जा रहे हैं. चुनाव आयोग यह तय करे कि झारखंड में शांति भंग करने की भाजपा की जो कोशिश है, उस पर रोक लगे. चुनाव तो आते जाते हैं, जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है, हम फिर से सरकार बनायेंगे।