Jehanabad : जहानाबाद में जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शहर के मारवाड़ी धर्मशाला में आयोजित प्रबुद्ध जन संवाद कार्यक्रम के दौरान भाजपा और उसके सहयोगियों पर तीखे हमले किए। उन्होंने चिराग पासवान, आरएसएस ( RSS) प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को निशाने पर लेते हुए कई गंभीर सवाल उठाए। चिराग पासवान पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा- बिहार फर्स्ट’ का नारा देने वाले खुद केंद्र में मंत्री हैं, उनकी पार्टी के पास पांच सांसद हैं, फिर भी बिहार का क्या भला किया यह एक यक्ष प्रश्न है, जिसका जवाब बिहार की जनता मांग रही है। वहीं RSS प्रमुख मोहन भागवत के नेताओं को 75 वर्ष की उम्र के बाद रिटायर करने की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि, यह बयान जनता को भ्रमित करने की एक कोशिश है। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, अगर इस विचार में वास्तव में गंभीरता होती, तो चुनाव से पहले ही इस पर कोई स्पष्ट घोषणा होती। अब जबकि, नरेंद्र मोदी सत्ता में लौट चुके हैं, तो मोहन भागवत के कहने से वे पद नहीं छोड़ने वाले। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर भी हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि, उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं और उन्होंने जबरन मेडिकल कॉलेज पर कब्जा किया है। उन्होंने सवाल उठाया कि पार्टी विद डिफरेंस कहने वाली भाजपा आज तक इस मुद्दे पर चुप क्यों है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा- अगर मेरे आरोप झूठे हैं, तो भाजपा या खुद दिलीप जायसवाल मेरे खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करें। प्रशांत किशोर के इस आक्रामक बयान से बिहार की सियासत में हलचल मच गई है, खासकर ऐसे वक्त में जब 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर का यह आक्रामक तेवर आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति को नई दिशा और धार दे सकता है।
जहानाबाद से पवन कुमार की रिपोर्ट