Daesh NewsDarshAd

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: "जयराम की लहर, आजसू बेअसर, मांडू ने बचाई इज्जत!"

News Image

यह पहला मौका होगा, जब झारखंड विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी का महज एक विधायक होगा। झारखंड विधानसभा में केवल 10 में से एक सीट जीत पाई AJSU, जयराम महतो का काट नहीं ढूंढ़ पाई पार्टी, गठबंधन का भी नहीं मिला कोई लाभ....

बड़े कुर्मी नेता के रूप में उभरे जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) आजसू की इस शर्मनाक हार का सबसे बड़ा कारण बनी।

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में आजसू पार्टी के लिए परिणाम बेहद निराशाजनक रहे। पहली बार ऐसा हुआ कि झारखंड विधानसभा में आजसू का महज एक विधायक होगा। मांडू से निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो ने मात्र 231 मतों से जीत दर्ज कर पार्टी की इज्जत बचाई।

चुनावी प्रदर्शन

आजसू पार्टी ने इस चुनाव में एनडीए गठबंधन के तहत 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई, बाकी सभी सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। सिल्ली में सुदेश महतो को जयराम महतो की पार्टी के उम्मीदवार देवेंद्र नाथ महतो ने चुनौती दी, जिन्होंने तीसरे स्थान पर रहकर 41,129 वोट हासिल किए। सुदेश महतो को 23,879 वोट से हार का सामना करना पड़ा, जबकि यहां झामुमो के अमित कुमार विजयी रहे।

जयराम महतो का प्रभाव

कुर्मी नेता के रूप में उभरे जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने आजसू की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जयराम महतो की पार्टी ने कई सीटों पर आजसू को चुनौती दी, जिससे आजसू के उम्मीदवार हार का सामना करने को मजबूर हुए। जयराम महतो की पार्टी ने कुर्मी बहुल क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे आजसू को इन क्षेत्रों में भी नुकसान उठाना पड़ा।

महत्वपूर्ण हार

रामगढ़ में चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी कांग्रेस की ममता देवी से हार गईं। डुमरी उपचुनाव में आजसू की यशोदा देवी दूसरे स्थान से तीसरे स्थान पर खिसक गईं और जयराम महतो ने यहां जीत दर्ज की। ईचागढ़ में भी जेएलकेएम के तरुण महतो ने तीसरे स्थान पर रहते हुए आजसू प्रत्याशी हरेलाल महतो को दूसरे स्थान पर धकेल दिया।

गठबंधन और रणनीति की कमी

आजसू पार्टी ने एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था, लेकिन गठबंधन का कोई फायदा नहीं मिला। पार्टी की चुनावी रणनीति में भी कमी रही, जिससे उसे हार का सामना करना पड़ा। स्थानीय नीति और ओबीसी आरक्षण के मुद्दों पर भी पार्टी ने चुनाव के समय मुखरता नहीं दिखाई।

पिछले चुनावों का प्रदर्शन

पिछले चुनावों की तुलना में इस बार का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। आजसू को कब कितनी सीट मिली:

*वर्ष 2005: 02*

*वर्ष 2009: 05*

*वर्ष 2014: 05*

*वर्ष 2019: 02*

*वर्ष 2024: 01*

आजसू पार्टी के लिए झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम एक बड़ा झटका साबित हुए हैं। पार्टी को अपनी रणनीति और गठबंधन पर पुनर्विचार करना होगा ताकि वह भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर सके। जयराम महतो की पार्टी का उभार आजसू के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि आजसू पार्टी कैसे अपनी स्थिति को सुधारती है और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करती है।

Darsh-ad

Scan and join

Description of image