पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नवनिर्वाचित सरकार प्रदेश में रोजगार सृजन और आर्थिक अवसरों को बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसी क्रम में बिहार के जमुई जिले को एक नए सोलर एनर्जी हब के रूप में विकसित करने की योजना को गति दी गई है। इस प्रोजेक्ट के लिए ऊर्जा विभाग ने एक विशेष टीम का गठन किया है।
ऊर्जा विभाग के प्रोटोकॉल अधिकारी ख्वाजा जमाल के अनुसार, जमुई में प्रस्तावित सौर ऊर्जा पार्क न केवल बड़े पैमाने पर बिजली उत्पादन करेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा। उनका कहना है कि यह परियोजना बिहार को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में मजबूत बनाएगी और सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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70-80 हजार घरों तक पहुंचेगी क्वालिटी बिजली
विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के इस जनकल्याणकारी प्लान से बिहार के कई जिलों में 70-80 हजार घरों में हाई क्वालिटी बिजली दी जायेगी। इसके अलावा 100 से अधिक लोगों को स्थायी रोजगार के अवसर भी मिल सकेंगे। नीतीश सरकार में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से उभरते बिहार को नया आयाम मिल रहा है। इसके साथ ही ग्रीन इनर्जी कांसेप्ट को बढ़ावा भी दिया जायेगा।
75 मेगावाट क्षमता, जनवरी से शुरू होगा निर्माण कार्य
सूत्रों के अनुसार, जमुई जिले के मोहनपुर में प्रस्तावित इस मेगा सोलर प्लांट का निर्माण किया जाना है। ऊर्जा विभाग के प्रोटोकॉल अधिकारी ख्वाजा जमाल ने बताया कि प्लांट की क्षमता 75 मेगावाट निर्धारित की गई है। परियोजना से जुड़े विभागीय अनुमोदन और प्रक्रियाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उम्मीद है कि जनवरी माह से इस महत्वाकांक्षी सौर परियोजना का निर्माण कार्य औपचारिक रूप से शुरू कर दिया जाएगा।
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