Jahanabad -32 वीं बिहार न्यायिक सेवा की परीक्षा में जहानाबाद जिले के काको प्रखंड की बिटिया फरहा निशांत ने सफलता पाई है. अब वह जज की कुर्सी पर बैठेगी. 28 वर्षीय फरहा निशात युवा पीढ़ी विशेषकर आधी आबादी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई।फरहा की इस शानदार सफलता पर जहाँ परिजन खुशी जता रहे है,वहीं स्थानीय निवासी भी फरहा की इस उपलब्धि पर स्वंय को गौरांवित महसूस कर रहे हैं।
बताते चलें कि फरहा निशांत देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद शरजील इमाम की चचेरी बहन है.शरजील इमाम को 2020 मैं जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में भरकाव भाषण देने के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
वही फरहा निशांत की बात करें तो उसने अपनी प्रारंभिक शिक्षा (पल्स टू) से उत्तीर्ण करने के उपरांत गृहणी माता अकबरी खातून और सरकारी सेवा से अवकाश प्राप्त -पिता निशात अख्तर एंव बड़ी बहन और जीजा के निर्देशन में क्लेट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात हिदायतुल्लाह नेशनल यूनिवर्सिटी, रायपुर से वकालत की पढ़ाई पूरी की। वकालत की पढ़ाई पूरी करने के उपरांत फरहा ने सर्वोच्च न्यायालय में लॉ क्लर्क सह रिसर्च असिस्टेंट के रूप में योगदान दिया। इस दौरान उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया और कानून की बारीकियों को काफी निकट से समझा।
इसके बाद उन्होंने बिहार न्यायिक सेवा की तैयारी शुरू की।जिसके सुखद परिणाम अब सब के सामने हैं।अपनी इस शानदार सफलता के लिए वह अपने माता -पिता की प्रेरणा, बहन -बहनोई के उत्साहवर्धन और मार्ग निर्देशन के साथ साथ छोटे भाई बहनों के सहयोग व त्याग को महत्वपूर्ण मानती हैं।
फरहा बताती है कि पढ़ाई के साथ-साथ फरहा को किताबें पढ़ना, बच्चों को पढ़ाना और सीरियल देखना भी पसंद है। उनकी यह सफलता काको और उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है।फरहा कहती हैं कि परिजनों की प्रेरणा तथा सेल्फ स्टडी के बल पर प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात इंटरव्यू की तैयारी के लिए आंशिक रूप से कुछ संस्थानों की मदद भी ली।वे त्वरित और न्याय की पक्षधर है वे इस दिशा में काम करने की भरपूर कोशिश करेंगी।
जहानाबाद से पवन की रिपोर्ट