राजनीतिक दल से जुड़े हुए हर कार्यकर्ता के लिए चुनाव एक सतत प्रक्रिया है, जिसमें हार जीत लगी रहती है। कई बार उम्मीद के अनुरूप परिणाम नहीं मिलता। इसका मतलब यह नहीं है कि हम हार गए या बैठ गए। यह परिणाम हमें प्रेरित करने वाला भी होता है कि आने वाले दिनों में हम और बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
इस विधानसभा चुनाव का परिणाम हम सबके लिए वही सीख देने वाला है। जिस जिद्द से दीनदयाल उपाध्याय, श्याम प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे लोगों ने संगठन को खड़ा किया।
जिस जिद्द से श्री नरेंद्र मोदी, श्री अमित शाह, श्री राजनाथ सिंह जैसे लोग संगठन को सत्ता के शीर्ष तक लेकर आए, ऐसी ही जिद्द से हम भी नया इतिहास लिखेंगे।
झारखंड की जनता ने हमें जो जनादेश दिया है, हमें उसका सम्मान करना चाहिए। यह जनादेश कोई छोटा जनादेश नहीं है। राज्य की 33% जनता ने भाजपा पर विश्वास जताकर हमें अपना वोट दिया। यह वोट बड़ी जिम्मेदारी हम युवा साथियों भाइयों पर है। हम विपक्ष के रूप में इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे।
आप सभी कार्यकर्ता साथियों के साथ निभाएंगे और नए झारखंड के निर्माण के लिए पूरी तरह तटस्थ होकर संघर्ष करेंगे।
जनमुद्दों पर हम सदा जनता के साथ खड़े रहेंगे।
हमें जो जिम्मेदारी मिली है, वो सत्ता से ज्यादा महत्व
पूर्ण है।