Delhi :- मोदी सरकार के मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात, और बिहार में अपनी पार्टी की अपेक्षा की शिकायत की, इसके साथ ही आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की सीटों की दावेदारी को लेकर भी चर्चा की. जीतनराम मांझी के अमित शाह से मुलाकात के बाद बिहार की राजनीतिक पर चढ़ने लगा है.
अमित शाह से मुलाकात के बाद जीतन राम मांझी ने कहा कि मोदी सरकार के तीसरी बार शपथ लेने के बाद उनकी अमित शाह से पहली औपचारिक मुलाकात हुई. मुलाकात के दौरान अमित शाह ने बिहार के बारे में पूछा, और जवाब में हमने कहा है कि बिहार में सब कुछ अच्छा चल रहा है, फिर से एनडीए की सरकार बिहार में बनेगी, वहां के लिए आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, पर बिहार में हाल ही में 20 सूत्री कार्यक्रम की प्रखंड स्तरीय और जिला स्तरीय समिति का गठन हुआ है, जिसमें उनकी पार्टी (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) को दरकिनार किया गया है, जबकि हमारी पार्टी भी एनडीए की पार्टनर हैं, मेरी पार्टी के भी 4 विधायक है. नियमत: जहां का जो एमएलए होता है, वहीं 20 सूत्री का अध्यक्ष होता है, पर उनकी पार्टी को कोई जिम्मेवारी नहीं दी गई.इस पर गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया कि वह बात करेंगे और उनका कष्ट दूर करेंगे.
सीट शेयरिंग को लेकर जीतन मांझी ने कहा है कि अभी अमित शाह से इस पर चर्चा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से बात हुई थी, जिसमें उनको बताया गया कि जून के अंत में या जुलाई में NDA के नेता एक साथ बैठेंगे और बिहार में सीट बंटवारे पर बातचीत होगी. इसलिए आज गृहमंत्री से कोई बात नहीं हुई.
बताते चलें कि जीतन राम मांझी ने खुले रूप से 35 से 40 सीट पर चुनाव लड़ने की डिमांड एनडीए नेताओं से की है.