Desk:- चुनावी साल में बिहार की सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी महागठबंधन से जुड़े छोटे-छोटे दलों की ओर से सीटों की बड़ी दावेदारी शुरू हो गई है. पिछले दिनों महागठबंधन की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी(VIP) के नेता मुकेश साहनी ने विधानसभा चुनाव में 60 सीट लड़ने का दावा किया था, वही सत्ताधारी एनडीए गठबंधन दल की सहयोगी हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने 40 सीटों पर दावेदारी की है.
गया के शेरघाटी में पार्टी की रैली को संबोधित करते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि अगर हम पार्टी के 20 विधायक जीतकर आएंगे तो सरकार में हमारी बात गंभीरता से सुनी जाएगी, 20 विधायक चुने जाने के लिए उन्हें कम से कम 40 सीटों पर चुनाव लड़ना होगा.
जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी का सीटों पर दावेदारी का बयान दबाव के रूप में माना जा रहा है, क्योंकि दोनों पार्टी को विधानसभा चुनाव में इसकी आधी सीट भी मिलना मुश्किल लग रहा है. 2020 के विधानसभा चुनाव में जीतन मांझी की पार्टी 10 से भी कम सीटों पर चुनाव लड़ी थी, और इस बार 40 सीटों का डिमांड कर रही है, अब देखना है कि जीतन राम मांझी की इस डिमांड पर एनडीए घटक दल की बड़ी पार्टियों भाजपा और जदयू की क्या प्रतिक्रिया आती है.