भारत और ऑस्ट्रेलिया के फैंस के लिए बेहद खास दिन आ गए हैं. पिछले दिनों से वह लगातार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का इंतजार कर रहे थे और वह इंतजार अब खत्म हो गया है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच पर्थ में खेला जा रहा है. भारतीय टीम ने इस भिड़ंत में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया, लेकिन अब केएल राहुल का विकेट चर्चाओं में आ गया है. राहुल ने 26 रन बनाए, लेकिन जब उन्हें LBW आउट करार दिया गया तो रीव्यू के बावजूद अंपायर के फैसले की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना की जा रही है.
क्या राहुल आउट थे या फिर उन्हें गलत आउट दिया गया, इसे लेकर लगातार सवाल किए जा रहे हैं. मैच की बात करें तो, 22वें ओवर तक भारतीय टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 47 रन बना लिए थे. 23वें ओवर में मिचेल स्टार्क गेंदबाजी करने आए और ओवर की दूसरी ही गेंद पर उनके खिलाफ कैच की अपील हुई. ग्राउंड अंपायर ने राहुल को नॉट-आउट करार दिया, लेकिन जब रीव्यू लिया गया तो केवल दो ही एंगल को देखते हुए टीवी अंपायर ने फैसला सुना दिया. राहुल के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी क्योंकि वो जानते थे कि बैट और पैड के कनेक्शन के कारण आवाज आई थी.
वहीं, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर भारतीय फैंस इस वजह से गुस्सा जता रहे हैं कि रीव्यू के दौरान ऑफ-साइड का एंगल नहीं दिखाया गया. ऑफ-साइड के एंगल से पता चल सकता था कि आखिर स्निकोमीटर पर स्पाइक गेंद-बल्ले के कनेक्शन से आया है, या बल्ले और पैड के टकराने से. खराब अंपायरिंग की जमकर आलोचना की जा रही है कि सभी एंगल को देखे बिना और बिना किसी निर्णायक सबूत के फैसला कैसे सुनाया जा सकता है?