Kaimur - साइबर ठगी से जुड़े अपराधियों के खिलाफ कैमूर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है.जिले के मोहनिया से कॉल सेंटर से साइबर क्राइम संचालित होता था.कर्नाटक राज्य के लोगो को लोन के नाम पर ठगी किया जाता था.
पुलिस ने एक महिला समेत 18 साईबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है.इनके पास से 41 मोबाईल,34 सिम,7 एटीएम 5 रजिस्टर बरामद किया गया है ।जब साईबर पुलिस भभुआ द्वारा साईबर पुलिस पोर्टल का अवलोकन किया जा रहा था ,तब ज्ञात हुआ कि कुछ मोबाईल नम्बर के द्वारा कर्नाटक एवं अन्य राज्यों में लोन देने के नाम पर साईबर धोखाधड़ी की जा रही है ।जिसका कम्प्लेन कर्नाटक राज्य से साईबर पोर्टल पर दर्ज करवाया गया है।तकनीकी जाँच एवं विश्लेषण से आपराध कर्मी का मोहनिया कैमूर में रहने की लोकेशन मिला।साईबर थाना द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अपनी टीम गठित कर घटना स्थल पर पहुँची तो कुछ लोग फोन से बात कर रहे थे एवं पुलिस को देख कर भागने का प्रयास करने लगे।जिसे पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया।पूछताछ के क्रम में कि लोग कन्नड़ भाषा मे बात कर ठगी का काम करते है।साईबर अपराध करने के मामले में 18 साईबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया जिसमें 15 अपराधी कर्नाटक के एवं 3 बिहार के नालन्दा के रहने वाले है।जिसमे एक महिला अपराधी जो कर्नाटक की रहने वाली है।
कैमूर एसपी ने बताया कि साईबर थाना भभुआ को सूचना मिली कि साईबर पोर्टल पर कर्नाटक के साईबर क्राइम का आवेदन दिया गया था जिसपर पुलिस ने अनुसंधान किया तो साईबर अपराधियों का लोकेशन कैमूर जिले के मोहनिया में मिला तत्काल कार्रवाई करते हुए छापेमारी की गई तो 18 साईबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया जिनके पास 41 मोबाईल,34 सिम कार्ड,7 एटीएम कार्ड,5 रजिस्टर जप्त किया गया।जिसमें 15 लोग कर्नाटक राज्य के रहने वाले है जबकि तीन बिहार के नालंदा जिले हैं।बिहार साईबर ग्रुप के मुखिया कौशल कुमार जो नालन्दा जिले का रहने वाला है फरार चल रहा है।पुलिस कई बिंदुओं पर जाँच में जुटी है कि इस गिरोह में और कौन कौन शामिल है और कहां कहां-कहा नेटवर्क चल रहा था।लोन देने के साथ कौन-कौन साईबर फ्रॉड करते थे।
कैमूर से प्रमोद की रिपोर्ट