Nalanda:-प्यार एक ऐसा एहसास है, जिसमें न उम्र की बंदिशें होती है न समाज की दीवारें. जब दो दिल एक-दूसरे के लिए धड़कते हैं, तो वे हर हदतक पार करने को तैयार हो जाते हैं. ऐसा ही एक अनोखा मामला नालंदा से सामने आई है. जहां एक प्रेमी जोड़े की शादी थाने के सामने स्थित मंदिर में दोनों परिवार के सामने हुई और 7 फेरे लेकर हमेशा के लिए एक-दूजे का हाथ थाम लिया.
यह पूरा मामला रहुई थाना क्षेत्र की है. जहां सोशल मीडिया की दुनिया से शुरू हुई दोस्ती, प्यार में और फ़िर परिवार में सुंदर रिश्ते में बदल गई. दरअसल दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर रील्स बनाने के दौरान हुई. मुलाकात पहले दोस्ती में बदली, फिर नंबरों का आदान-प्रदान हुआ, और धीरे-धीरे यह रिश्ता इतना गहरा हो गया कि दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खा लीं. दोनों क़रीब डेढ़ से दो साल इसी तरह से वक़्त गुजारा फ़िर किसी की परवाह किए बग़ैर मुंबई अपने रिश्तेदार के घर भागकर शादी कर लिया. रहुई थाना क्षेत्र गैवी गांव निवासी आकाश कुमार और डिहरा गांव की सोनाली कुमारी अपने परिवार और समाज की परवाह किए बिना मुंबई भाग गए और वहां शादी कर ली. लेकिन इधर, युवती के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 15 दिन पूर्व रहुई थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को मुंबई से बरामद कर लिया और उन्हें थाने ले आई. और जांच पड़ताल के बाद दोनों बालिग़ थे. उसके बाद लड़की वालों को उनकी बेटी पुलिस ने दे दी. जहां, दोनों के प्रेम और संकल्प को देखते हुए पुलिस और परिजनों की सहमति से थाना परिसर में ही उनकी शादी कराई गई. इस अनोखी शादी के साक्षी बने पुलिसकर्मी, फरियादी और दोनों परिवारों के सदस्य. सोशल मीडिया की दोस्ती से शुरू हुआ यह सफर रहुई थाना में परिणय सूत्र में बंधकर हमेशा के लिए एक दूसरे के लिए हो गये .
थानाध्यक्ष कुणाल कुमार ने बताया कि थाना परिसर में दोनों की शादी नहीं हुई है, बल्कि थाना के सामने एक मंदिर में दोनों परिवार की रजामंदी से हुई है. क्योंकि लड़का संपन्न परिवार से है और लड़की ग़रीब है. इसलिए जब लड़का के पिता अपने बेटे की शादी से इंकार कर रहे थे तो शादी करने पर लड़के के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की बात कही गई थी, इसके बाद सभी लोग तैयार हो गए हैं और दोनों ने शादी की. जिसमें सभी गांव व दोनों के परिवार वाले शामिल हुए.
रिपोर्ट- मो. महमूद आलम, नालंदा