पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर काफी जद्दोजहद के बावजूद कई दावेदारों को टिकट नहीं मिल सका। टिकट नहीं मिलने के बाद अधिकांश नेताओं ने पार्टी के निर्णय के साथ चलना स्वीकार कर लिया तो कुछ नेताओं ने बगावत कर दिया और निर्दलीय मैदान में कूद गए। ऐसे उम्मीदवारों के ऊपर सभी पार्टियां एक एक कर कार्रवाई कर रही हैं और पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखा रही है। अब लालू यादव ने अपनी पार्टी से एक ऐसे नेता को 6 वर्षों के लिए निकाल दिया जिसे लालू यादव ने खुद ही टिकट दिया था।
राजद सुप्रीमो लालू यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने एक पत्र जारी करते हुए गौरा बौराम विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी मो अफजल अली खान को पार्टी से बाहर कर दिया है। उनके ऊपर पार्टी के निर्देशों की अवहलेना करने और विपक्षी दलों के उम्मीदवार को फायदा पहुँचाने के लिए चुनाव लड़ने का आरोप लगा कर राजद से निष्काषित कर दिया गया है। राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने अपने पत्र में लिखा है कि गठबंधन में आपसी समन्वय के आधार पर पार्टी ने VIP के प्रत्याशी संतोष सहनी को समर्थन देने का निर्णय लेते हुए अफजल अली खान को अपना नामांकन वापस लेने का निर्देश दिया था।
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पार्टी के निर्देशों की अवहेलना करते हुए उन्होंने दुसरे दलों के उम्मीदवार को फायदा पहुँचाने के लिए उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया और चुनाव मैदान में बने रहे। इसलिए उनकी हठधर्मिता और पार्टी के निर्णय के विरुद्ध काम करने के आरोप में उन्हें पार्टी से 6 वर्षों के लिए निकाला जा रहा है। बता दें कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर फंसे पेंच के बीच राजद ने अफजल अली खान को गौरा बौराम सीट से टिकट दिया था। उन्होंने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया और इसी बीच महागठबंधन में आपसी समन्वय के आधार पर राजद ने VIP के प्रत्याशी संतोष सहनी को अपना समर्थन देते हुए राजद प्रत्याशी को नामांकन वापस लेने का निर्देश दिया था लेकिन उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया।
हालांकि इस मामले में प्रत्याशी अफजल अली खान ने सोशल मीडिया पर पार्टी से निष्काषित किये जाने वाला पत्र शेयर कर लिखा है कि यह पत्र विरोध भ्रम फ़ैलाने के लिए शेयर कर रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि राजद प्रत्याशी की बढती लोकप्रियता और जनता का जबरदस्त समर्थन देख विरोधियों की जमीन खिसक गई है। चुनावी हार की डर से अब ये लोग फर्जी निष्कासन पत्र दिखा कर लोगों में भ्रम फ़ैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हम इस तरह के भ्रम फ़ैलाने वालों की साजिश की निंदा करते हैं और प्रशासन से दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हैं।
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