Patna :- कोर्ट में सरेंडर करने आए तीन आरोपियों को एक अधिवक्ता द्वारा अपने चेंबर में कैद करने का मामला प्रकाश में आया है, जानकारी मिलने के बाद पुलिस रात में कोर्ट परिसर पहुंचकर मामले की छानबीन की है.
यह मामला पटना सिटी के व्यवहार न्यायालय का है यहां के पुलिस महकमा और न्यायालय परिसर में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब सूचना मिली कि कोर्ट परिसर के एक कमरे में तीन लोग बंद हैं। यह मामला शुक्रवार का है। जानकारी मिलते ही स्थानीय थाना और खुसरूपुर थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह करीब 9 बजे तीन युवक कोर्ट परिसर पहुंचे थे।उन्होंने वकील शशि शंकर सिंह से मुलाकात कर बताया कि वे एक ज़मीन विवाद मामले में बेल लेने आए हैं। वकील ने उन्हें थोड़ा इंतजार करने को कहा और करीब दोपहर 12 बजे उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया, वकील ने कहा कि वे थोड़ी देर में वापस लौटते हैं,लेकिन जब शाम तक कोई नहीं आया,तो मामला मीडिया की नजर में आया। मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों से बातचीत में तीनों व्यक्तियों ने बताया कि वे विनय सिंह नामक भू-माफिया के खिलाफ सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। आरोप है कि विनय सिंह ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा किया,और विरोध करने पर मंगलवार को उनके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया गया।वहीं खुशरुपुर थाने से मिली जानकारी के अनुसार प्रमोद कुमार,, पप्पु सिंह हसन पुर में अपना दबदबा बनाए रखें है इनके ऊपर कई मामला दर्ज भी है।पुलिस को इनकी तलाश थी.
अब सवाल यह उठता है कि अधिवक्ता शशि शंकर सिंह बेल लेने आये तीनों को अपने कमरे में क्यों बंद कर घर चले गए। प्रशासन को सूचना देने के बाद भी शशि शंकर सिंह अधिवक्ता क्यों नहीं आए।आखिर मामला वाकई बेल से जुड़ा था या कोई साजिश थी?
फिलहाल खुसरूपुर थाना की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है, पर किसी भी तरह की टिप्पणी से इनकार कर रही है। अब सभी की नजरें पुलिस जांच और न्यायालय की कार्रवाई पर टिकी हैं।
पटना सिटी से मुकेश की रिपोर्ट