Patna :- तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में जीत हासिल कर विधान पार्षद बनने वाले बंशीधर ब्रजवासी ने शिक्षा विभाग के ई-शिक्षकोष को ई- शिक्षादोष कहा है और इसे खत्म करने की मांग शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से की है.
इस संबंध में बंशीधर ब्रजवासी ने एक पत्र लिखा है जिसमें बिंदु बार आई शिक्षा कोष से हो रही शिक्षकों की परेशानी को दर्शाया है. बंशीधर बृजवासी ने कहा है कि राज्य के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की उपस्थिति की शिक्षकोष अप के माध्यम से दर्ज कराई जा रही है अब तक यह पूर्णतया सफल है और शिक्षकों के शोषण और प्रताड़ना का तकनीकी उपकरण बन कर रह गया है. इसलिए इस ऐप को खत्म कर दिया जाए.
बताते चलें कि विधान परिषद का चुनाव जीतने से पहले वंशीधर ब्रजवासी एक शिक्षक थे और शिक्षकों की समस्या को लेकर हुए लगातार मुखर रहे हैं. इसी वजह से ACS के के पाठक ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी और फिर उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा था. यही वजह है कि जब वह तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनावी मैदान में उतरे तो उन्हें शिक्षकों का भारी समर्थन मिला और जदयू राजद और जनससुराज पार्टी के प्रत्याशियों को हराकर वह विधान पार्षद बने हैं.
विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी का पत्र इस प्रकार है :-
बिहार के वर्तमान शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस.सिद्धार्थ स्कूल की व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर लगातार प्रयासरत दिख रहे हैं और इसके लिए वह लगातार खुद भी निरीक्षण और पर्यवेक्षण कर रहे हैं, अब देखना है कि बंशीधर ब्रजवासी के इस पत्र का वह क्या जवाब देते हैं.. क्या ई-शिक्षा कोष ऐप की कमियों को दुरुस्त कराते हैं, या फिर विधान पार्षद के इस पत्र को रद्दी की टोकरी में छोड़ देते हैं..