फुलवारी शरीफ प्रखंड के कुर्थौल में 26 जनवरी 2025 को स्कूल के नवनिर्मित भवन में भारतीय संविधान की उद्देशिका के शिलापट्ट के उद्घाटन से विधायक गोपाल रविदास को रोकने और उन पर जातिसूचक टिप्पणी करने की घटना की भाकपा (माले) राज्य सचिव कुणाल ने कड़ी निंदा की है।
कुणाल ने कहा कि भाजपा समर्थित सामंती-अपराधी ताकतों ने यह कहते हुए विधायक को उद्घाटन से रोका कि किसी दलित को उद्घाटन करने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने विधायक के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग कर उनका अपमान किया। इस शर्मनाक घटना के विरोध में भाकपा (माले) ने आज फुलवारी शरीफ में इशोपुर नहर से थाना चौक तक विरोध मार्च निकाला। इसके खिलाफ मुकदमा भी दायर किया गया है। भाकपा – माले दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
मसौढ़ी में भी भाजपा-आरएसएस समर्थकों ने मोटरसाइकिल जुलूस के दौरान तिरंगे का दुरुपयोग करते हुए मुस्लिम समुदाय को उकसाने की कोशिश की। विरोध के बाद जब एक मुस्लिम युवक अपनी दुकान खोलने गया, तो उसकी पीठ में चाकू से हमला किया गया।
भाकपा (माले) ने इन घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि यह भाजपा की संविधान विरोधी और दलित व अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता को उजागर करती हैं। जब एक विधायक के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम लोगों की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। यह भाजपा द्वारा देश पर मनुवादी विचारधारा थोपने की साजिश है, लेकिन जनता इसे सफल नहीं होने देगी।
भाकपा (माले) ने घोषणा की है कि इन घटनाओं के खिलाफ 29 जनवरी को पूरे पटना जिले में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।फुलवारी शरीफ में हुए विरोध मार्च का नेतृत्व प्रखंड सचिव गुरुदेव दास ने किया। सभा में महागठबंधन के वरिष्ठ नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 24 घंटे के भीतर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।