बुद्ध मूर्ति (कदमकुआं) चौराहा के पास विस्थापित मांझी परिवार के लोग पिछले तीन दशक से फुटपाथ एवं सन्त सेवेरेन्स स्कूल के दक्षिण तथा राजकीय तिब्बी कालेज के उत्तर वाले हिस्से में बने सर्विस लेन में रह रहे थे। इस बीच तीन दिन पहले पटना नगर निगम ने अवैध कार्रवाई करते हुए उक्त सर्विस लेन के पूरब व पश्चिम मुहाने पर लोहे का स्थायी गेट लगा दिया और मांझी परिवार को भाग जाने की धमकी दिया । बुधवार की शाम लगभग चार बजे निगम के कई लोगों ने वहां रह रहे मांझी परिवारों को सर्विस लेन के अंदर कैद कर बाहर से ताला जड़ दिया । जिसके कारण कई मांझी परिवार नजरबंद हो गया।
इस बीच भाकपा-माले केंद्रीय कमिटी सदस्य सह विधायक गोपाल रविदास, माले राज्य स्थायी समिति सदस्य सह ऐक्टू मजदूर नेता रणविजय कुमार व विभा गुप्ता ने बयान जारी कर पटना नगर निगम द्वारा लोहे का गेट लगा सर्विस लेन बंद करने को गैर कानूनी व अवैध कार्रवाई बताया है,उन्होंने निगम आयुक्त से पूछा कि निगम के किस धारा -नियम के तहत सर्विस लेन को अवरुद्ध किया गया ,यह बताना होगा।माले सह ऐक्टू नेता रणविजय कुमार ने नगर निगम से भाजपा नेताओं की दलाली बन्द करने तथा भाजपा नेताओं के कहने पर मांझी परिवारो के साथ इस कड़ाके की ठंढ में क्रूरता से पेश आने से बाज आने को कहा।नेताओ ने कहा कि निगम के गैर कानूनी,अवैध व क्रूर कार्रवाई को करवाई को बर्दाश्त नही किया जाएगा अगर निगम ने अपनी इस करवाई पर रोक नही लगाया तो निगम आयुक्त का जोरदार घेराव किया जाएगा। नेताओं ने पटना डीएम और सरकार से 5 डिसमिल जमीन देकर इन्हें गैर मजरुआ सरकारी जमीन पर बसाने तथा निगम के अवैध कारवाई पर अविलम्ब रोक के साथ साथ सर्विस लेन में कैद मांझी परिवार के रिहाई की मांग किया है।