Bettiah : प•चम्पारण के रामनगर में मसान नदी से हो रहें कटाव से बचाव और क्षतिग्रस्त पुल निर्माण की माग को लेकर दो प्रखंड के दर्जनों ग्रामीणों नें विरोध प्रदर्शन किया। मानसून की दस्तक और हो रही बारिश के साथ ही रामनगर में मसान नदी के कटाव से तमकुही गांव के लोगों में दहशत का माहौल है। लिहाजा कटाव से बचाव को लेकर ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग की उदासीन रवैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और डीएम धर्मेंद्र कुमार से बचाव की गुहार लगाई है। वहीं बताया जा रहा है कि, पहाड़ी मसान नदी के कटाव से रामनगर और बगहा 1 प्रखंड के दर्जनों गांवों पर खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि, नव निर्मित पुल का पाया क्षतिग्रस्त हो गया है जिसपर तेजी से कटाव के कारण जान माल का खतरा बना हुआ है।
वहीं मसान नदी तट पर बांध निर्माण में देरी इस साल हर साल की तरह फिरसे मुसीबत खड़ी करनें वाली है। क्योंकि मसान नदी की विकराल धारा और अधिक कटाव की ओर तेज गति से बढ़ रही है। यहीं वजह है कि, ग्रामीण, किसान और नौजवानों में अभी से डर का माहौल है। हालांकि, सूचना पर जल संसाधन विभाग की टीम स्थल निरिक्षण करने पहुंची थी। लेकिन, ग्रामीणों का आरोप है कि, विभागीय अधिकारी अनदेखी कर वापस लौट गए। ऐसे में नवागत जिलाधिकारी और पूर्व में बगहा के SDM रहें वरिय आईएएस धर्मेंद्र कुमार से लोगों को उम्मीद जगी है कि, डीएम लोगों को बाढ़ और कटाव से बचाएं... बता दें कि, बगहा एक प्रखंड के सलहा बरिअरवा पंचायत के तमकुही गांव से होकर गुजरने वाली मसान नदी पर बना पुल निर्माण के बाद हीं क्षतिग्रस्त हो गया है। जहां, पुल के उत्तर दिशा में कटाव होने से दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
लिहाजा, ग्रामीण डरे सहमे हुए हैं। इसी भय और डर के बाद नाराजगी की वजह से दर्जनों ग्रामीणों ने विभागीय उदासीनता का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जल संसाधन मंत्री समेत पश्चिम चम्पारण के जिलाधिकारी से समय रहते जांच करवाकर सुरक्षात्मक कार्य शुरू करने की मांग किया।
बेतिया से आशिष कुमार की रिपोर्ट