टोक्यो ओलंपिक गेम्स में सिल्वर मेडल विजेता मीराबाई चानू से जुड़ी बड़ी खबर आ गई है. दरअसल, अगले सप्ताह बहरीन के मनामा में वेटलिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप की शुरूआत होनी है. लेकिन, इस चैंपियनशिप का हिस्सा मीराबाई चानू नहीं बन पायेंगी. ऐसे में यह सवाल हर किसी के पास है कि, आखिर वजह क्या है ? वहीं, एक हिंदी वेबसाइट की माने तो, मीराबाई चानू अपना 'रिहैबिलिटेशन' जारी रखेंगी, जिसके वजह से वह चैंपियनशिप में नहीं खेल पायेंगी. बता दें कि, पूर्व वर्ल्ड चैंपियन मीराबाई ने अगस्त में पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 49 किग्रा श्रेणी में चौथे स्थान पर रहने के बाद से किसी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है.
वहीं, इस पूरे मामले में मुख्य राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने की माने तो, 'पेरिस ओलंपिक के बाद मीरा अभी भी रिहैबिलिटेशन में हैं. वह इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेगी.' पिछले साल एशियाई खेलों में कूल्हे की चोट लगने के बाद मीराबाई की फिटनेस को लेकर पेरिस ओलंपिक के दौरान भी चर्चा होती रही. एशियाई गेम्स में मेडल जीतने का उनका सपना पिछले साल टूट गया था क्योंकि वह सिर्फ यही ट्रॉफी नहीं जीत पाई हैं.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि, 'उसके लिए फिट होना अहम है क्योंकि हमें 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों की तैयारी शुरू करनी होगी.' चानू की अनुपस्थिति में कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप की गोल्ड मेडलिस्ट ज्ञानेश्वरी यादव 6 दिसंबर से शुरू होने वाली वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारतीय चुनौती का नेतृत्व करेंगी. ज्ञानेश्वरी (21 साल) 49 किलो वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. कॉमनवेल्थ गेम्स की सिल्वर मेडलिस्ट बिंदियारानी देवी (55 किग्रा) और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप और खेलो इंडिया वेटलिफ्टिंग लीग की गोल्ड मेडलिस्ट दितिमोनी सोनोवाल (64 किग्रा) अन्य दो भारतीय वेटलिफ्टर हैं जो वर्ल्ड टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी.