Patna - कहते हैं कि हड़बड़ी में कभी-कभी गड़बड़ी भी हो जाती है और ऐसा ही पटना विश्वविद्यालय के लिए केंद्र की मोदी सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा दी गई सहायता के मुद्दे पर हुआ.भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से पटना विश्वविद्यालय को 100 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. यह राशि उच्च शिक्षा विभाग की ओर से पीएम उषा योजना के तहत दी गई है. पटना विश्वविद्यालय ने इस अनुदान को पाने के लिए आवेदन जमा किया था, बिहार सरकार ने पटना विश्वविद्यालय के इस आवेदन पर मुहर लगाते हुए केंद्र सरकार को भेजी थी जिसके तहत अब ये राशि पटना यूनिवर्सिटी को देने की स्वीकृति दे दी गई है, पर केंद्र के उच्च शिक्षा विभाग की स्वीकृति को बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी सही तरीके से समझ नहीं पाए और उनके सोशल अकाउंट X पर इस तरह का ट्वीट किया गया जिससे लगा कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिल गया, उसके बाद सोशल अकाउंट पर बधाई दी जाने लगी, पर बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया.छ देर तक सोशल मीडिया पर ये चलने लगा कि पटना विश्विद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्ज़ा मिल गया, लेकिन बाद में सम्राट चौधरी के जरिए ट्वीट को डिलीट कर दिया गया.
बताते चलें कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही कई मंचों से कर चुके हैं, पर अभी तक केंद्र सरकार ने इस मांग पर पहल नहीं किया, लेकिन अब पीएम उषा योजना से 100 करोड रुपए का सहयोग दिया है इस राशि से पटना विश्वविद्यालय में रैंकिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिसर्च के लिए खर्च किए जाएंगे.