Desk:- पहलगाम हमले के बाद भारत पाक के बीच चल रहे तनाव के बीच मोदी कैबिनेट ने जाति जनगणना कराने का फैसला किया है. यह जनगणना मुख्य जनगणना के साथ ही कराई जाएगी. मोदी सरकार के इस फैसले ने अचानक सभी को हैरान कर दिया है.
बताते चलें कि विपक्षी के साथ ही कई सहयोगी दल इसकी मांग कर रही थी पर BJP इससे विभिन्न वजहों से इंकार कर रही थी.
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जाति जनगणना को लेकर मोदी सरकार का बड़ा फैसला
मोदी सरकार के इस फैसले के बाद सभी दलों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है.बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मोदी सरकार को धन्यवाद दिया है. सोशल अकाउंट X pr सीएम ने लिखा कि जाति जनगणना कराने का केंद्र सरकार का फैसला स्वागतयोग्य है. जाति जनगणना कराने की हमलोगों की मांग पुरानी है. यह बेहद खुशी की बात है कि केंद्र सरकार ने जाति जनगणना कराने का निर्णय किया है.जाति जनगणना कराने से विभिन्न वर्गों के लोगों की संख्या का पता चलेगा जिससे उनके उत्थान एवं विकास के लिए योजनाएँ बनाने में सहूलियत होगी। इससे देश के विकास को गति मिलेगी। जाति जनगणना कराने के फैसले के लिए माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी का अभिनंदन तथा धन्यवाद.
वहीं मोदी सरकार के फैसले पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ये हम लोग की 30 वर्ष पुरानी मांग रही है और ये हमारे पूर्वजों एवं समाजवादियों की जीत है. लालू यादव (Lalu Yadav) की जीत है.
तेजस्वी यादव ने कहा, "पूर्व में हम बिहार के दल को लेकर पीएम से मिलने गए थे लेकिन तब पीएम ने इसे मना कर दिया था, लेकिन आज हम लोग की ताकत देखिए और समाजवादियों की ताकत देखिए कि इनको हमारे ही एजेंडे पर काम करना पड़ रहा है." अगली लड़ाई का ऐलान करते हुए कहा कि हमारी यह मांग रहेगी कि देश के विधानसभा चुनावों में पिछड़ों और अति पिछड़ों के लिए भी जैसे दलित और आदिवासियों भाइयों के लिए आरक्षित सीटें हैं उसी प्रकार से पिछड़ों और अति पिछड़ों का भी आरक्षित सीटें हों."