Motihari : मोतिहारी में मुहर्रम का त्योहार शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया गया। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, जिसमें दंडाधिकारी के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा, हर जगह एम्बुलेंस और चिकित्सा पदाधिकारी भी नियुक्त किए गए थे। ताजिया जुलूस अपने निर्धारित समय और मार्ग से निकाला गया, जिसमें शहर के विभिन्न अखाड़ों में शामिल लोग शामिल हुए और अपने करतब दिखाए। इस दौरान ढोल के ताल पर लोगों ने जमकर मस्ती की और लाठी के खेल व करतब को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष और सचिव भी ताजिया जुलूस के दौरान साथ चल रहे थे।
बता दें कि, मुहर्रम का त्योहार इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है, जिन्हें करबला की लड़ाई में शहीद किया गया था।वही मोहर्रम के दौरान ताजिया को पूजने वाले कई हिन्दू भाई भी दिखाई दिए। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि वह ताजिया को बड़े आदर और श्रद्धा के साथ पूज रहा है। यह तस्वीरें मोहर्रम के दौरान आपसी भाईचारे और सौहार्द की भावना को दर्शाती हैं।मोहर्रम एक ऐसा त्योहार है जो इस्लाम धर्म के अनुयायियों द्वारा मनाया जाता है, लेकिन इसमें हिंदू समुदाय के लोग भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ताजिया एक प्रतीकात्मक संरचना है जो इमाम हुसैन की याद में बनाई जाती है और इसे बड़े धूमधाम से निकाला जाता है।
मोहर्रम के दौरान हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच आपसी भाईचारे और सौहार्द की भावना देखने को मिलती है। ताजिया को पूजने वाले हिन्दू भाई की तस्वीरें इसी भावना को दर्शाती हैं।
मोतिहारी से प्रशांत कुमार की रिपोर्ट