Motihari : सीकरीया बी.एड. कॉलेज के सभागार में सपरिवार त्रिनेत्र गणेश पुत्र शुभ-लाभ एवं पत्नि ऋद्धि-सिद्धि साहित गणेश दरबार के भजन किर्तन संध्या का कार्यक्रम संपन्न हुआ। राजस्थान के सवाई माधोपुर में रंथमभोर जंगल (टाईगर रिर्जव क्षेत्र) के अन्तर्गत रंथभोर किले की चोटी पर विश्व में सर्वप्रथम त्रिणेत्र गणेश जी अपने दोनो पुत्र शुभ-लाभ एवं दोनों पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि के साथ पहाड़ से प्रकट हुए। वहीं त्रिणेत्र गणेश जी के चरण पहाड़ के अन्तर्गत आधे दबे हुए है।
विश्व में ऐसा कोई मंदिर नहीं है। रंथभोर से यात्रा काठमाण्डू नेपाल गई और लौटने के क्रम में मोतिहारी पहुंची और बिहार में पहली बार भव्य भजन किर्तन संध्या का कार्यक्रम आयोजन किया गया और यात्रा पटना के लिए प्रस्थान कर गई। चार बसो से यात्रा में लोग नेपाल से आए थे और हजारों की संख्या में श्रद्धालु ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर अपने को गौरान्वित महसूस किया। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत अलौकिक श्रृंगार, मोदक भोग प्रसाद, चवर सेवा का दर्शनार्थियों ने लाभ उठाया। त्रिणेत्र गणेश परिवार की पूजा अर्चना का कार्य संस्थान के सचिव यमुना कुमार सीकरीया दंपति ने किया। इस कार्यक्रम का आयोजन रानी सती मंदिर प्रबंध समिति मोतिहारी के संयुक्त तत्वाधान में हुआ। इसमें रानी सती भक्त महिला मंडल एवं मारवाड़ी महिला समिति का विशेष रूप से सहयोग रहा। भजन कार्यक्रम में महिला एवं पुरूष गायको ने समा बांधी। कार्यक्रम के समापन के बाद सभी ने महाप्रसाद का आनन्द प्राप्त किया।
Motihari: भागवान गणेश के भक्तों का जत्था काठमांडू होते पहुंचा मोतिहारी, उमड़ा भक्तों का हुजूम