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मोतीहारी पुलिस ने इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड गिरोह का किया खुलासा, पाकिस्तानी कनेक्शन आया सामने..

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Motihari :- बिहार की पूर्वी चंपारण पुलिस ने इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड का खुलासा किया है.एक दिन पहले जिले की पुलिस ने एक गन फैक्ट्री का उद्भेदन करते हुए उसके कलकत्ता और लुधियाना कनेक्शन को उजागर किया था और अब पाकिस्तानी नंबर से मोतिहारी में चल रहे एक बड़े सायबर फ्राड नेटवर्क को उजागर किया है, और 6 साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए साइबर फ्रॉड के पास से दस स्मार्टफोन,8 एटीएम कार्ड,15 पासबुक,19 सिम और नगद रुपया बरामद हुआ है।

 मोतिहारी में साइबर क्राइम का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है। मोहम्मद इब्राहिम नाम का व्यक्ति  नेपाल में बैठकर पाकिस्तानी सिम का प्रयोग करते हुए पूरे सिंडिकेट को ऑपरेट कर रहा है। इब्राहिम ने मोतिहारी के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के सिसवा गाँव के कुछ युवकों को अपने नेटवर्क में जोड़ा था। पहाड़पुर के इमामुद्दीन अंसारी,कयूम अंसारी,सहजाद आलम,सरवर सुल्तान,मनोवर आलम इस नेटवर्क के सक्रिय सदस्य थे जो अब मोतिहारी पुलिस की गिरफ्त में है ।इन सबो के पास से बरामद 15 पासबुक में करोड़ों के ट्रांजेक्शन का साक्ष्य साइबर थाना को हाथ लगा है । पकड़े गए साइबर फ्रॉड ने बताया है कि वो सभी अलग अलग लोगो के नाम पर सिम लेकर और बैंक खाता खोलते थे फिर UPI बनाते थे जिससे वो पैसे का ट्रांजेक्शन करते थे । फेसबुक ऐड और डोनेशन के नाम पर लोगो से ठगी किए गए पैसा को Binance App के द्वारा USDT में कन्वर्ट कर क्रिप्टो ट्रेडिंग करते थे। Binance App - crypto currency exchange के माध्यम से साइबर फ्रॉड से अर्जित पैसे को इस प्लेटफार्म के द्वारा Crypto currency खरीदने और ट्रेडिंग करने मे खपाया जा रहा था।

इस सम्बन्ध में मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि फेसबुक पर ऐड और डोनेशन के नाम पर ठगी कर उन रुपया को भिन्न भिन्न लोगो के नाम पर बैंक में खाता खोलकर मंगवाया जाता था फिर उन रुपया का निकासी या क्रिप्टो करेंसी में खपाया जाता था। बरामद पासबुक में करोड़ो के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं। 

आपको बता दे इनदिनों मोतिहारी में कई ग्रामीण खुद तो कुछ अनजाने में कमीशन पर अपना खाता खोलकर उसका चेकबुकक और पासबुक इन साइबर फ्रॉड को दे देते है। कुछ दलाल किस्म के फ्रॉड भी ग्रामीण इलाकों में घूमते रहते हैं जो गाँव की भोली भाली महिलाओं से झूठ बोलकर उनसे बैंक खाता खुलवाकर अपने पास रख लेते है और बताते है कि आपकी बेटी के पढ़ाई और शादी के लिए सरकार पैसा भेजेगी। ग्रामीण सरकार की बात सुनकर कई बार अपना खाता खुलवाकर तो कई बार फार्म पर हस्ताक्षर कर आधार कार्ड,फोटो के साथ ग्रामीण दलाल को सौंप देती है। अभी हाल में ही चांदमारी चौक के पास हजारों की संख्या में महिला एक सप्ताह तक बैंक में खाता खुलवाने के लिए पहुँच रही थी. महिलाओं को लालच दिया गया था कि उन्हें एक एक हजार रुपया मिलेगा पर रुपया तो नही मिला हाँ उनके कागजात और बैंक खाता अन्य के हाथ मे जरूर चला गया। मोतिहारी में कई वाइट कॉलर भी साइलेंट तरीके से साइबर अपराध में जुड़े हुए है। उम्मीद जताई जा रही हैं कि जिस तरह मोतिहारी पुलिस ने आज एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध का उद्भेदन किया है उसी तरह साइबर फ्रॉड को संरक्षण देने वाले वाइट कॉलर को भी जल्द ही बेनकाब कर सकेगी।

 मोतिहारी से प्रशांत की रिपोर्ट

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