Munger -बीते 13 जुलाई 2024 को मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बांक मोड़ के समीप हुए मंजीत मंडल और चंदन कुमार की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।मृतक मंजीत मंडल प्रोपर्टी डीलर पूर्व अपराधी था जिसमे मंजीत खुद पवन मंडल के गिरोह में काम करता था जिसके बाद मंजीत मंडल ने अपराध की दुनिया से बाहर निकलते प्रोपर्टी डीलर का काम करने लगा वही मंजीत मण्डल के झेत्र में बढ़ते वर्चस्व को देखकर पवन मंडल ने इसे रास्ते से हटाने की साजिश रची और इस काम मे पत्रकार अभिषेक को लगाया और इसकी हत्या करवा दी गई थी।
इस मामले में पुलिस ने एक पत्रकार सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है।इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि 13 जुलाई को मुफस्सिल थाना इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस के द्वारा चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें जिले के टॉप 10 फरार अपराधी पवन मंडल के इशारों पर घटना को अंजाम दिया गया था। पवन मंडल लगातार फरार चल रहा है और उसके अपराधिक कारोबार को सफिया सराय थाना क्षेत्र के फ़रदा गांव के पत्रकार अभिषेक कुमार सम्हाल रहा था। मृतक मनजीत मंडल की हत्या की पटकथा फरवरी महीने में ही लिखी गई थी और घटना को अंजाम देने के लिए अभिषेक लगातार अपराधियों के संपर्क में था और 13 जुलाई को इस दौर हत्याकांड को अंजाम दिया गया।
पुलिस ने घटना में नामजद अपराधी नवीन तांती उर्फ लुल्हा को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि पत्रकार अभिषेक कुमार से इसकी हत्या को लेकर डील हुई थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी अभिषेक को उसके घर से उठाकर पूछताछ की जिसके बाद अभिषेक ने पवन मंडल के इशारे पर इस पूरे घटना की प्लानिंग की और घटना होने के बाद कैसे शूटर को कहां भेजना है , पैसा देना,गाड़ी को और हथियारों को कैसे ठिकाना लगाना है.सारी व्यवस्था अभिषेक के द्वारा की गई थी। इसके अलावा मृतक के सारी गतिविधि और शूटर को उसकी पहचान बताना आदि कराया था। इसके बाद पुलिस ने अमरजीत उर्फ डेविड और सनी उर्फ भानु को फरदा गांव से ही गिरफ्तार किया है। इन सभी को अभिषेक के द्वारा ही इस घटना में शामिल किया गया था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक को भी बरामद कर लिया है।
मुंगेर एसपी ने बताया कि इस घटना में करीब 12 लख रुपए में डील हुई थी जिसमें शूटर के अलावा बाइक खरीदने और रेकी करने आदि में लगाया गया था। एसपी ने बताया कि इसमें मुख्य आरोपी अभिषेक ही है जिसने इस पूरे घटना को प्लानिंग के तहत अंजाम तक पहुचाया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को घटना के बाद से ही अभिषेक पे शक था लेकिन सबूत नहीं होने की वजह से पुलिस लगातार इसके गतिविधि पर निगरानी रख रही थी। उन्होंने बताया कि अभिषेक के पास से दो मोबाइल भी बरामद किया गया है जिससे घटना की पूरी प्लानिंग पवन मंडल से बात कर की गई थी। उन्होंने बताया कि इस पूरे घटना को बारीकी से अंजाम तक पहुंचने वाले सभी पुलिस अधिकारी और जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा।
मुंगेर से मनीष की रिपोर्ट