पटना विश्वविद्यालय में शिक्षकेत्तर कर्मियों की जारी हड़ताल समाप्त कराने की पहल एनएसयूआई ने की है. कांग्रेस के प्रदेश कमिटी सदस्य सुशील कुमार ने सीनेट हॉल गेट पर शिक्षकेत्तर कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी मांगे जायज है. उन्होंने राजभवन, राज्य सरकार एवं पटना विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता कर जारी गतिरोध को समाप्त कर पटना विश्वविद्यालय में पठन पाठन को शुरू कराने की मांग की. एनएसयूआई नेता सुधाकर राज ने कहा कि कर्मियों की लड़ाई में छात्र भी हर कदम पर साथ हैं. जो नुकसान छात्रों का हो रहा है उसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार है।आंदोलन स्थल से छात्रों का एक दल कुलपति आवास पहुँचा। कुलपति आवास गेट पर पटना विश्वविद्यालय डीएसडब्ल्यू अनिल कुमार एवं प्रॉक्टर रजनीश कुमार से मुलाकात कर पटना विश्वविद्यालय में पठन- पाठन शुरू कराने के लिए पहल की माँग की।कुलपति आवास गेट पर लगभग आधे घंटे वार्ता में प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि विश्वविद्यालय में संवादहीनता की स्थिति खतरनाक है। कर्मचारियों को पहली मांग है कि हमारे साथ सम्मानजनक व्यावहार किया जाए।ऐसी माँग और यहां तक बात पहुंचना किसी विश्वविद्यालय के लिए शर्म की बात है। उन्होंने तत्काल जारी गतिरोध को समाप्त करा पठन-पाठन शुरू कराने की माँग की। डीएस डब्ल्यू एवं प्रॉक्टर ने कुलपति आवास में जारी उच्चस्तरीय बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन गंभीर है शीघ्र हीं वार्ता कर हड़ताल समाप्त कराया जाएगा। पुनः प्रतिनिधिमंडल ने कर्मचारियों के बीच पहुँच वार्ता की स्थिति आने पर सकारात्मक सहयोग की अपील किया. जिसे कर्मचारियों ने सहर्ष स्वीकार किया।इस दौरान एनएसयूआई के पटना विश्वविधालय अध्यक्ष रमीज राजा, कार्यकारी अध्यक्ष कुमार, शशि रंजन, अभिषेक कुमार सिंह, नीरज यादव, आदर्श सिंह, देवदास मौजूद थे.