Nalanda :-अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा जिले के अनंतपुर गांव की रहने वाली अनीता देवी को उनके साहस, मेहनत और उपलब्धियों के लिए बधाई दी और शुभकामनाएं अभी है . इसके बाद अनीता देवी उनके परिवार और पूरे इलाके के लोगों में खुशी और उत्साह है.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया अकाउंट X पर ट्वीट कर लिखा कि -."अनीता देवी की कहानी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो आत्मनिर्भर बनने का सपना देखती हैं. नालंदा की यह बेटी न केवल खुद आगे बढ़ी, बल्कि सैकड़ों महिलाओं को रोजगार देकर उन्हें भी आत्मनिर्भर बना रही है. उनके जैसे प्रयास भारत की नारी शक्ति को और सशक्त बनाते हैं. मैं उन्हें महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं!"
प्रधानमंत्री की इस बधाई से उत्साहित अनीता देवी ने अपनी संघर्ष से सफलता तक की कहानी साझा की और कहा कि आज वे जो भी हैं, वह उनके आत्मविश्वास, कड़ी मेहनत और सरकार की योजनाओं से मिले सहयोग का परिणाम है. मैंने जीवन में कई संघर्ष देखे, लेकिन मेरा हमेशा से सपना था कि मैं अपने दम पर कुछ करूं. साल 2016 में जब देश में स्टार्टप्स का क्रेज बढ़ रहा था, तब मैंने भी खुद का काम शुरू करने का फैसला किया." अनीता बताती हैं, कि उन्होंने बिहार सरकार की जीविका परियोजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की मदद से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लिया और धीरे-धीरे इस क्षेत्र में आगे बढ़ीं. उन्होंने 2016 में "माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड" की स्थापना की. अनीता देवी के अनुसार, उन्होंने मशरूम उत्पादन से अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाया. लेकिन यह यात्रा सिर्फ उनके लिए नहीं थी. उन्होंने अपने साथ सैकड़ों महिलाओं को भी जोड़ा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है. "आज मेरी कंपनी सिर्फ मशरूम उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि हम किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी जरूरी चीजें भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराते हैं. इससे न केवल खेती को बढ़ावा मिला है, बल्कि किसानों की लागत भी कम हुई है." उनकी कंपनी से जुड़ी सैकड़ों महिलाएं अब आत्मनिर्भर हैं और अपने परिवारों के लिए आर्थिक सहयोग का स्रोत बनी हुई हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके प्रयासों की सराहना किए जाने पर अनीता देवी बेहद भावुक हो गईं. उन्होंने कहा "जब मैंने अपना यह सफर शुरू किया था, तब नहीं सोचा था कि एक दिन प्रधानमंत्री स्वयं मेरे काम की सराहना करेंगे. यह मेरे लिए गर्व की बात है और इससे मुझे आगे और भी बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है. मोदी जी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जो काम कर रहे हैं, वे वास्तव में प्रशंसनीय हैं." अनीता देवी अब केवल मशरूम उत्पादन तक सीमित नहीं रहना चाहतीं हैं. बिहार सरकार द्वारा मखाना बोर्ड की स्थापना के फैसले के बाद वे अब मखाने से जुड़े व्यापार में भी कदम रखने की योजना बना रही हैं. उनका सपना है कि गांव की हर महिला आत्मनिर्भर बने और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहयोग कर सके. "मेरा लक्ष्य अब और ज्यादा महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है. सरकार की योजनाएं हमारे लिए बहुत सहायक साबित हो रही हैं और हमें सही दिशा में काम करने की प्रेरणा मिल रही है."अनीता देवी की कहानी उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है जो अपने दम पर कुछ करना चाहती हैं. वे हर महिला से कहती हैं. "अगर मैंने अपने छोटे से गांव से निकलकर यह सफर तय किया है, तो आप भी कर सकती हैं. जब तक हम आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं होंगे, तब तक हमारा सशक्तिकरण अधूरा रहेगा. अगर आप अपनी लगन और परिश्रम से आगे बढ़ने का प्रण कर लेंगी, तो दुनिया की कोई भी शक्ति आपको रोक नहीं सकती हैं.
अनीता देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि उनके नेतृत्व में महिलाओं के लिए आत्मनिर्भर बनने के नए रास्ते खुल रहे हैं. आज अनीता देवी का नाम नालंदा ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन गया है. उनका संघर्ष और सफलता हर महिला को यह संदेश देती है कि सपने देखना जरूरी है, लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत और आत्मविश्वास भी उतना ही जरूरी है. इसकी शुरुआत मैंने डेढ़ सौ रूपए से किया था. आज 3 से 4 लाख रुपए का सलाना कमाई कर लेती हैं. साथ ही 12 लोगों को रोज़गार भी दे रही हैं. समय समय पर अनिता देवी से सूबे और दूसरे प्रदेश के उद्यमी प्रशिक्षण प्राप्त करने भी आते हैं. इनका ऑयस्टर मशरूम सूबे बिहार के अलावा दिल्ली तक जाती है.
नालंदा से महमूद आलम की रिपोर्ट