Nalanda : नालंदा में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रदेश सचिव शमीम अख़्तर ( State Secretary Shamim Akhtar ) को सोशल मीडिया पर भड़काऊ ब्यान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सोहसराय थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है। सोहसराय थानाध्यक्ष राजमणि ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि, शमीम अख़्तर ( shamim akhter ) पर सोशल मीडिया ( social media ) के माध्यम से भड़काऊ टिप्पणी करने का आरोप है। पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए उन्हें गिरफ्तार किया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। शमीम अख्तर बिहार के नालंदा जिला मुख्यालय बिहार शरीफ के सोहसराय थाना क्षेत्र स्थित खासगंज मोहल्ला निवासी मो. वसिमुद्दीन का पुत्र है। वह 2020 में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया (SDPI) का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए विधानसभा चुनाव भी लड़ा और हार गए। लेकिन, पटना के फुलवारीशरीफ से पकड़े गए दो संदिग्ध आतंकियों के पास बरामद दस्तावेज में शमीम अख्तर का नाम भी आया था। उस वक़्त से शमीम अख्तर सुर्खियों में आए। वहीं शमीम अख्तर का लिंक PFI से मिलकर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की भी बात सामने आई। उस समय शमीम अख्तर पर तीसरे नंबर पर एफआईआर हुआ था। हालांकि, बाद में शमीम अख्तर कुछ दिन अंडरग्राउंड रहा। फिर कोर्ट की प्रक्रिया पूरी कर अपने क्षेत्र में सामाजिक कार्य से जुड़ा रहा।
आपको बता दें कि, 2023 में शमीम अख़्तर पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप के बाद SDPI पार्टी छोड़ AIMIM पार्टी जॉइन कर राजनीतिक पैठ बना रहा है। 10 जून 2022 को शमीम अख्तर नूपुर शर्मा द्वारा धार्मिक टिप्पणी के खिलाफ बिहारशरीफ में जुलूस की अगुवाई भी किया है। वह पेशे से वक़ालत की पढ़ाई कर चुका है। वहीं, शमीम अख्तर की गिरफ्तारी पर सदर डीएसपी नूरुल हक़ ने बताया कि, शमीम अख्तर फेसबुक लाइव के ज़रिए कुछ ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया। जिस पर जिला प्रशासन को लगा कि भड़काऊ है। उसके बाद संबंधित अधिकारियों के द्वारा जांच कर उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वहीं कोई भी दूसरा व्यक्ति इस प्रकार का कार्य करता है तो उसपर भी सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको बताते चलें कि, ज़िला प्रशासन मुहर्रम पर्व को लेकर काफ़ी सख़्त है। जिसको लेकर पूरी तरह से एहतियात बरती जा रही है। इसके लिए पूरे शहरी इलाकों में ड्रोन कैमरे की मदद से असमाजिक तत्वों पर नज़र बनाए हुए हैं। इसके साथ ही, उपद्रवियों और सोशल मीडिया पर भड़काऊ ब्यान पोस्ट करने वालों पर भी नज़र रखी है। इसी कड़ी में ज़िला प्रशासन की ओर से यह कार्रवाई की गई है।
नालंदा से मो. महमूद आलम की रिपोर्ट