बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का बयान।
जातीय जनगणना के केंद्र सरकार के फैसले पर
आज हमारी मांग पर केंद्र सरकार को भी झुकना पड़ा।
अगला सेंसस में जातीय जनगणना को भी इंक्लूड किया जाए।
जो लोग हिमपात आरोप लगाते थे आज उनके मुंह पर तगड़ा तमाचा लगा है
साइंटिफिक डेटा जब तक पता नहीं चलेगा तब तक कुछ नहीं हो सकता ।।
बिहार में चुनाव है तो आयेंगे कूद कूद कर।
मोदी जी ने कई बार नकारा लड़ाई तो लालू जी ने लड़ा है।
हमारे दल के नेता की 96 से मांग थी।
26जुलाई 2015 को लालू जी ने राजभवन मार्च किया था।
बीजेपी के लोग पहले भी नहीं चाहते थे।
जब हमलोग विपक्ष में थे तो पीएम मोदी से हमलोग मिलने भी गए थे।
हमने तीन बार सर्वदलीय प्रस्ताव पास करवाया था।
जिसमें नीतीश जी भी हमारे साथ थे।
एक जून 2022 को सर्वदलीय बैठक बिहार में पहली बार हुई।
2अक्टूबर 2023 गांधी जयंती के अवसर पर हमने जातीय गणना के आंकड़े प्रकाशित किए थे।
पहले मोदी जी पहले कहते थे 4 ही जात है।
करना वही पड़ा जो हमलोग करना चाहते थे।
ये हमारी ताकत है।
बिहार चुनाव को देखते हुए करवाया जा रहा है।
96 के लालू जी के फैसले को मोदी जी ने अमल किया।
एक तो कब होगा ये देखना होगा।
हमारी सबसे बड़ी लड़ाई है पिछड़ा और अति पीछा के लिए भी विधानसभा में सीटें आरक्षित हो।
ये हमारे पुरखों की जीत है।
हमारे नेताओं ने समय समय पर इसकी लड़ाई लड़ी है।
हमारे एजेंडे पर ही बीजेपी को नाचना पड़ रहा है।
अभी देखना है कि बिहार चुनाव को देखते हुए तो यह फैसला नहीं लिया गया।
इतिहास और chronology है कि 96 से लालू जी इसकी मांग कार्य रहे है।