महा गठबंधन की बैठक खत्म
4 मई को बुलाई गई महागठबंधन की बैठक
बैठक में सभी सांसद सभी जिला सचिव सभी जिला अध्यक्ष के साथ-साथ सभी विधायक और सभी बिहार विधान परिषद के सदस्य मौजूद रहेंगे.
तेजस्वी ने कहा कि सभी ने शोक जताया है। 1 मिनट का मौन रख अपनी बैठक की शुरुआत की। आतंकवाद के खिलाफ हम लोग निंदा प्रस्ताव पेश करेंगे।
इंडिया गठबंधन ने तय किया है कि कल हम लोग कैंडल मार्च शाम 7:00 बजे इनकम टैक्स से डाक बंगला चौराहा तक निकलेंगे। साथ ही इसी समय में प्रत्येक जिला हेड क्वार्टर में में कैंडल मार्च करेंगे
4 मई को इंडिया एलायंस की एक बड़ी बैठक होगी। जिसमें 6 पार्टी के सभी जिला अध्यक्ष, जिला सचिव, प्रधान सचिव, विधायक, सांसद, mlc सभी इस बैठक में मौजूद रहेंगे। हर जिले में कॉर्डिनेशन रहेगी कैसे तालमेल बनाएं इस पर बात होगी। अभी स्थान निर्धारित नहीं है।
पहलगाम में विनय नरवाल की बहन ने कहा कि विनय डेढ़ घंटे तक जिंदा थे.. मगर कोई मदद नहीं मिली। जब एक ही स्थान पर 2000 से ज्यादा पर्यटक मौजूद थे तो उनकी सुरक्षा क्यों नहीं दी गई
सरकार को पता है कि 2014 से अब तक कई हमले हुए है।जिसमें 413 आम लोगों की हत्या हुई है और 630 सुरक्षा बल के लोग शहीद हुए है। इस गंभीर लापरवाही की जिम्मेदारी कौन लेगा। इसमें इंटेलिजेंस का सर्विलांस क्या कर रहा है।
पुलवामा कांड के जांच का आखिर क्या हुआ। देश का हर एक नागरिक इस बात को जानना चाहता है। कौन था दोषी, किसकी लापरवाही थी यह अभी तक सामने नहीं आई है। कश्मीर में कई बिहारियों की मौत हुई है। आखिर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
क्या बिहार सरकार ने कश्मीर में पर्यटन के लिए गए नागरिक के लिए कोई हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। क्या किसी मंत्री की तैनाती वहां की है। क्या बिहार के मुख्यमंत्री पीएम के स्वागत में इतने व्यस्त है कि वह अपने नागरिकों की सुध नहीं ली है।
जो भी बिहारी पर्यटक अभी कश्मीर में है उनके सुरक्षित तरीके से वापसी के लिए बिहार सरकार ने क्या किया है।
हमें पूरा विश्वास था कि प्रधानमंत्री आज जरूर आएंगे क्योंकि बिहार में चुनाव है। उनका कानपुर का कार्यक्रम रद्द हो गया। मधुबनी पिछड़ा इलाका है जहां सबसे ज्यादा पलायन होता है। यह बाढ़ ग्रसित इलाका है। क्या प्रधानमंत्री कभी वहां देखने आए हैं। क्या कोई स्पेशल पैकेज दिया है।
बिहार में 76% लैंड बाढ़ ग्रसित रहता है। क्यों मधुबनी का इलाका इतना गरीब और बेरोजगारी से पीड़ित है। हर बार शोषित, वंचित और सामाजिक होने की बात करते हैं।
प्रधानमंत्री तो ऐसे हैं जो शमशान में भी शहनाई बजा दे।
मेन कोऑर्डिनेशन कमिटी पूरी तरीके से तैयार है। ताकि बिहार के मुद्दों को मजबूती के साथ हम सामने ला सके।
मुख्यमंत्री पर टीपा टिप्पणी हम नहीं करना चाहते हैं। उनसे हम कुछ नहीं पूछना चाहते हैं। मगर उनको इस स्थिति में देखकर हमें पीड़ा होती है।
बिहार में जबतक चुनाव है तक तक मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश जी होंगे और चुनाव के बाद कोई और। हमारे में ऐसा नहीं है। चुनाव से पहले और चुनाव के बाद एक ही चेहरा होगा। जो समझदार है वह समझ जाएंगे की महागठबंधन में सीएम कौन होगा।