पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने राज्य के वित्त रहित शिक्षकों दशहरा पर्व के अवसर पर बड़ा उपहार दिया है। सीएम नीतीश ने वित्त रहित शिक्षकों की मांग पूरी करते हुए दशहरा पर्व का उपहार दिया है। मामले की जानकारी उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने दी। सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर वित्त रहित शिक्षकों को खुशखबरी दी है। उन्होंने बताया है कि राज्य सरकार ने अनुदानित एवं वित्त रहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों, संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसों को स्थापना मद में दिए जाने वाले सहायक अनुदान तथा उनमें कार्यरत शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को वेतनादि भुगतान हेतु एक समिति गठित की गई है। यह समिति वेतनमान समेत अन्य विषयों को भी लागू करेगी।
9 सदस्यीय समिति में मुख्य सचिव को अध्यक्ष बनाया गया है जबकि विकास आयुक्त को सदस्य, इसके साथ ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को सदस्य सचिव बनाया गया है जबकि सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सचिव, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक और प्राथमिक शिक्षा के निदेशक को सदस्य मनोनीत किया गया है। समिति हर महीने बैठक आयोजित करेगी तथा सभी अनुदानित एवं वित्त रहित संस्थानों, मदरसों एवं संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को दिए जाने वाले सहायक अनुदान का ससमय निर्गमन, वेतन, या मानदेय का निर्धारण एवं ससमय भुगतान आदि से जुड़े मुद्दों की समीक्षा और अनुशंसा करेगी।
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उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि 'माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा वित्त रहित शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी! बिहार राज्य अंतर्गत वित्त अनुदानित एवं वित्त रहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों, संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसों को स्थापना मद में दिए जाने वाले सहायक अनुदान तथा उनमें कार्यरत शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को वेतनादि भुगतान से संबंधित सभी पहलुओं के सम्यक एवं नियमित समीक्षा एवं निष्पादन हेतु समिति गठित की गई है। वित्त रहित शिक्षकों के लिए वेतनमान समेत सभी विषयों को लागू करेगी। सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।
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