Nalanda:- बिहार शरीफ के भाजपा विधायक सह नीतीश सरकार में वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार अपने जिले के सदर अस्पताल का निरीक्षण करने आए और उन्होंने सिविल सर्जन समेत डॉक्टर को खरी-खोटी सुनाई जिसके बाद से अस्पताल में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी मंत्री जी के बयान से गुस्से में हैं, और बैठक कर उनके बयान और व्यवहार की निंदा की है.
दरसअल मंत्री सुनील कुमार बिहारशरीफ विधानसभा क्षेत्र में स्थित मॉडल अस्प्ताल में शनिवार को मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जायज़ा लेने पहुंचे. इसके बाद अस्पताल के सीएस, डीएस के अलावा सभी डॉक्टरों के साथ बैठक की. इस दौरान वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ सुनील कुमार ने कहा कि पहले लोग डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया देते थे, लेकिन अब जल्लाद कहते है. इसे कैसे व्यवस्थित किया जाए इस पर चर्चा किया गया है. इसको लेकर कुछ दिशा निर्देश भी दिए गए हैं. सदर अस्पताल में ज़्यादातर वैसे लोग आते हैं जो असहाय होते हैं. गरीबों की सुनो वो तुम्हारी सुनेगा. गरीबों की उपेक्षा होती है तो बहुत दर्द होता है. कई दिनों से डॉक्टर और स्वास्थ कर्मियों के ख़िलाफ़ शिकायतें मिल रही थी. ऑफ़ द रिकॉर्ड मंत्री ने सीएस को यह तक कह दिया कि कितना पैसा देकर डॉक्टर बने हो.
मंत्री के इस ब्यान के बाद नाराज डॉक्टरों ने सिविल सर्जन कार्यालय में बैठक कर इसका कड़ा विरोध किया है. सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा बैठक के दौरान मंत्री जी सीधे तौर पर आरोप लगाया कि आप पैसा देकर सिविल सर्जन बने हैं. इससे विभाग की भी बदनामी है इतना ही नहीं काम नहीं करने वाले डॉक्टरो को उल्टा लटकाने की बात कहा जिससे डॉक्टर अपनित महसूस कर रहे है. इसी की रणनीति तैयार करने के लिए बैठक आयोजित की गई है.
देखना है कि अस्पताल प्रबंधन मंत्री के खिलाफ आगे कोई सख्त रुख अख्तियार करता है या फिर मामला शांत हो जाता है.
बिहार शरीफ से महमूद आलम की रिपोर्ट