 
                        पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में महज 5 दिन बचे हैं और इस बीच सियासत की लड़ाई अब खूनी खेल में परिवर्तित हो गया है। मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जन सुराज प्रत्याशी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद से बिहार में सियासी उबाल शुरू हो गया है। विपक्ष सत्ता पक्ष पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहा है तो दूसरी तरफ सत्ता पक्ष दोषियों पर हर हाल में कार्रवाई होने की बात कह रहा है।
अपराधियों का ठिकाना सिर्फ 'लालघर'
मोकामा में सियासी हत्याकांड मामले में बात करते हुए जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने साफ शब्दों में कहा कि यह हत्याकांड हृदय विदारक है और इस मामले में जो भी शामिल होंगे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। नीरज कुमार ने उनकी पार्टी के प्रत्याशी अनंत सिंह पर आरोप लगने के सवाल पर कहा कि इससे मतलब नहीं है कि हत्या का आरोपी किस पार्टी का है। वह चाहे अनंत सिंह हो, सूरजभान सिंह हो, अशोक महतो हो या नीरज सिंह हो, इस जघन्य हत्याकांड को जिसने भी अंजाम दिया है उसका एक ही ठिकाना है और वह है 'लालघर'। इससे पहले उसे कोई ठिकाना नहीं मिलने वाला है।
अपराधी चाहे जो भी हो, कार्रवाई होगी
नीरज कुमार ने कहा दुलारचंद यादव राजद या जन सुराज के नहीं थे बल्कि वह सर्वदलीय नेता थे। वह अलग अलग जगहों पर अलग अलग पार्टियों को अपना समर्थन देते थे, उनके ऊपर कई मामले भी दर्ज थे लेकिन यह विषय नहीं है। विषय यह है कि चाहे कोई भी हो कानून हाथ में लेना और हत्या करना गलत है। हम गलत का समर्थन नहीं करते हैं। हमारे नेता नीतीश कुमार ने आज तक अपराध और अपराधियों के साथ समझौता नहीं किया है और आगे भी नहीं करेंगे। अपराधी चाहे कोई भी हो, उसके ऊपर कार्रवाई होगी और उसका एक ही ठिकाना है जेल। उसे जेल जाना ही होगा। चुनाव में प्रतियोगिता होगी लेकिन इसका मतलब हिंसा करना नहीं है। कानून को हाथ में लेने की जगह नहीं है। नीरज कुमार ने कहा कि FSL की टीम पहुंच चुकी है, पुलिस पुरे मामले की छानबीन कर रही है। जो भी इस मामले में संलिप्त होंगे उनके ऊपर कार्रवाई होना तय है।
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उन्होंने जेल में रह रहे व्यक्ति को टिकट दिया
इस दौरान नीरज कुमार ने तेजस्वी के बयान कि 'अनंत सिंह को जदयू के नेताओं ने चुनाव लड़ने के लिए ही जेल से बाहर निकाला है' पर जवाब देते हुए नीरज कुमार ने कहा कि जदयू ने अनंत सिंह को निकाल लिया, वह तो कोर्ट का फैसला है और उन्होंने खुद जेल में रहते हुए रीतलाल यादव को टिकट दे दिया तो वह क्या है। तेजस्वी यादव तो अपनी जगहंसाई करवा रहे हैं। अगर हम भी गलत करेंगे तो हमारे ऊपर भी कार्रवाई होगी।
उन्हें बताना चाहिए कहाँ से आई संपत्ति
NDA के संकल्प पत्र को नकल करने और सीएम फेस की घोषणा नहीं किये जाने के विपक्ष के बयान पर नीरज कुमार ने कहा कि हम नकल भी करें तो उनका? उनके ऊपर अलग अलग राज्यों में केस दर्ज है, अक्सर वे कोर्ट जाते रहते हैं, हम नकल भी करेंगे तो उनका 'राजनीतिक अपराधी'। ऐसा कोई नेता नहीं होगा देश में जिसके ऊपर इतना मामला दर्ज हो। अभी तो उन्होंने घोषणा पत्र दिया है, 13 करोड़ संपत्ति, बताएं कहाँ से आया। हम भी 16-17 वर्षों से राजनीति में हैं हम तो दो करोड़ के मालिक भी नहीं बन सके, उन्हें तो यह भी लिखना चाहिए था कि संपत्ति सृजन कैसे हुआ।
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सीएम नीतीश ने किया था नौकरी का अनुमोदन
हमने अपने संकल्प पत्र में लिखा है कि एक करोड़ लखपति दीदी, अब तक हमें साइकिल पोशाक योजना पर वोट मिलता था अब तो जीविका दीदियों को मिलने वाली योजनाओं से वोट मिलेगा। उन्होंने तेजस्वी के 5 लाख नौकरी देने के दावे पर कहा कि फर्जी घोषणा। वे संचिका दिखाएँ कि किस तत्कालीन शिक्षा मंत्री का हस्ताक्षर है उस पर, उस समय उनके शिक्षा मंत्री ने तो फाइल दबा दिया था। तब तत्कालीन मुख्य सचिव ने अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री को फाइल भेजा और सीएम ने 72 घंटे के अंदर कैबिनेट से पास किया तब जा कर वैकेंसी की घोषणा की गई।
हम तो किरिया खाए हैं
तेजस्वी के NDA में सीएम फेस की घोषणा नहीं किये जाने पर उन्होंने कहा कि वे तो 2020 में ही नेता घोषित हो गए फिर क्यों रूठे हुए घूम रहे थे। वे तो 2020 में भी सीएम फेस बने थे, 2024 में भी बने थे अभी भी बने हैं तो घूमते रहें न। नीतीश कुमार जब तक चाहेंगे तब तक मुख्यमंत्री रहेंगे, लोगों की आकांक्षा रहेंगे। यहां इक्षा और आकांक्षा की बात है। हमलोगों ने किरिया खाया हुआ है कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे, अगर इससे पीछे हटे तो हमारे ऊपर दैवीय प्रकोप हो जायेगा, उससे डर है कि नहीं।
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