Desk - अब अजमेर शरीफ दरगाह का सर्वेक्षण किया जा सकता है क्योंकि इस दरगाह के मंदिर होने की शिकायत को लेकर एक याचिका हिंदू सेना द्वारा सिविल कोर्ट में दायर की गई थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और अगली तिथि पर इसको लेकर सुनवाई होगी.
दरअसल हिंदू सेना ने विश्व विख्यात ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह परिसर में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए याचिका कोर्ट में दायर की थी जिसे कोर्ट ने आज स्वीकार कर लिया है. यानी अब इस मामले में कोर्ट आगे भी सुनवाई करेगी. कोर्ट ने इस याचिका को सुनवाई के योग्य माना है.
इस याचिका को हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता द्वारा दायर किया गया था. सिविल न्यायाधीश संख्या दो के जज मनमोहन चंदेल ने प्रतिवादी को नोटिस जारी किये है.