पटना: बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हिजाब विवाद में चर्चा में आई आयुष चिकित्सक नुसरत परवीन को शनिवार को अपनी ड्यूटी ज्वाइन करनी थी लेकिन वह नहीं पहुंची। जानकारी के अनुसार उनका आज नौकरी ज्वाइन करना तय था लेकिन वह आज केंद्र पर नहीं पहुंची। इस मामले में PHC पटना सदर के सिविल सर्जन डॉ अविनाश कुमार ने कहा कि शनिवार को ज्वाइन करने के लिए कुछ डॉक्टरों की सूची आई थी जिसमें नुसरत परवीन का भी नाम शामिल था।
सिविल सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि नियम के अनुसार शनिवार की शाम 6 बजे तक ही नुसरत परवीन ज्वाइन कर सकती थी जो कि वह नहीं पहुंची। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने अगर आज ज्वाइन नहीं किया है तो इसका यह मतलब नहीं है कि वह आगे ज्वाइन नहीं कर सकती हैं। इसका फैसला स्वास्थ्य विभाग करेगा कि वह कब तक अपनी नौकरी ज्वाइन करेंगी। नुसरत परवीन अगले दिन भी ज्वाइन कर सकती हैं लेकिन इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्णय लेना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को करीब 6 डॉक्टरों ने ज्वाइन किया लेकिन नुसरत परवीन नहीं पहुंची।
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बता दें कि बीते 15 दिसम्बर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवनियुक्त 1283 आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस दौरान उन्होंने एक महिला चिकित्सक नुसरत परवीन के चेहरे से हिजाब हटा दिया। इस मामले को लेकर विपक्ष ने सीएम नीतीश कुमार पर मानसिक रूप से अस्वस्थ होने का दावा करते हुए कई तरह से हमले शुरू कर दिए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सीएम की हरकत की वजह से महिला डॉक्टर नुसरत परवीन असहज महसूस करने लगी है और अब वह नौकरी ज्वाइन नहीं करेगी। लेकिन इस विवादों के बीच शुक्रवार को खबर आई कि नुसरत शनिवार को अपनी नौकरी ज्वाइन करेंगी और वह सीएम से नाराज नहीं हैं। हालांकि शनिवार को उन्होंने अपनी नौकरी ज्वाइन नहीं की और अब देखना है कि वह कब तक नौकरी ज्वाइन करेंगी।
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