पटना: बीते 30 अक्टूबर को मोकामा विधानसभा क्षेत्र के घोसवरी थाना के तारतर गांव में दो प्रत्याशियों के समर्थकों के हिंसक झड़प के दौरान जन सुराज प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी के समर्थक की मौत हो गई। दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक एवं जदयू के प्रत्याशी अनंत सिंह पर लगा जिसके बाद उन्हें शनिवार की देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। रविवार को कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हालांकि पुलिस ने उन्हें रिमांड पर लेने की कोशिश की लेकिन कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। अब माना जा रहा है कि अनंत सिंह को पुलिस मतदान के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
किसी से मुलाकात नहीं कर सकेंगे
बाहुबली अनंत सिंह को जेल मैन्युअल के आधार पर सामान्य कैदी की तरह ही रखा जायेगा, उन्हें कोई विशेष सुविधाएं नहीं दी जाएँगी। अनंत सिंह को पहली रात जेल मैन्युअल के अनुसार खाने में रोटी सब्जी दी गई जबकि सोमवार की सुबह की शुरुआत चाय से हुई। वहीं सोमवार की सुबह उनका मेडिकल चेकअप भी किया गया। जेल सूत्रों की मानें तो अनंत सिंह को न्यायिक हिरासत के दौरान किसी से मुलाकात करने नहीं दी जाएगी। वे एक सामान्य कैदी की तरह रहेंगे। अधिकारियों के अनुसार उन्हें एक पूर्व विधायक के तौर पर सामने सुविधाएं दी जाएँगी। जेल अधिकारी के अनुसार जेल में उन्हें दो सेवादार उपलब्ध कराये गए हैं जो उनके दैनिक कार्यों में हाथ बटायेंगे। वहीं उन्हें कोई खास सुविधा नहीं दी जाएगी और न ही वे किसी से मुलाकात कर सकेंगे।
बता दें कि अनंत सिंह पर दुलारचंद यादव के हत्या का आरोप लगा है जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अनंत सिंह मोकामा सीट से जदयू के प्रत्याशी हैं और बीते 30 अक्टूबर को चुनाव प्रचार के दौरान उनके समर्थकों की भिड़ंत जन सुराज प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी के समर्थकों के साथ हो गई। इस दौरान दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई जबकि उनके समर्थक दुलारचंद यादव के पैर में गोली मारी गई साथ ही किसी गाड़ी से उन्हें कुचल कर हत्या कर दी गई। मामले में मृतक दुलारचंद यादव के पोते के बयान पर अनंत सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले में अब तक करीब 80 लोगों को गिरफ्तार किया है साथ ही छानबीन में पुलिस के साथ ही CID को भी जिम्मा दिया गया है।