Desk- छठ गीतों के लिए मशहूर लोग गायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा छठ त्योहार के दौरान ही इस दुनिया से अलविदा हो गई. बीती मंगलवार की रात 9:20 पर नहाए खाए के दिन दिल्ली एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली.
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया पर अपनी मां के निधन की जानकारी साझा की. उन्होंने अपनी मां के सोशल मीडिया X पर लिखा, ''आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे. मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है. मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं.''
बताते चलें कि पति के निधन के बाद से लोग गाय का शारदा सिन्हा काफी बीमार चल रही थी पिछले दिनों उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. 4 नवंबर को उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था और फिर 5 नवंबर की रात में उन्होंने अंतिम सांस ली.
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले में हुआ था. उन्होंने 1980 में ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन से अपने करियर की शुरुआत की थी. वो जल्द ही अपनी दमदार आवाज और भावनात्मक प्रस्तुति के लिए मशहूर हो गई. उन्होंने कई फिल्मों के लिए गीत को अपनी आवाज दी है, पर सबसे ज्यादा प्रसिद्ध ही उन्हें छठ गीत से मिले जो आज भी हर एक छठ त्यौहार में सुनी जा सकती है. पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित 72 वर्षीय शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गानों के लिए मशहूर थीं.