Gaya Ji : BJP जिला किसान प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष राहुल रंजन ने पटना में बंदी के दौरान पप्पू यादव के साथ किए गए बर्ताव को लेकर रोष जताया है। राहुल रंजन ने कहा कि, कांग्रेस के सर्वमान्य नेता राहुल गांधी ने पटना महागठबंधन की बंदी में सांसद पपु यादव के साथ जो किया है, वह 14 करोड़ बिहारियों का अपमान है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा नेता राहुल रंजन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चैलेंज किया है, कि यदि उन में दम है, तो एक बार वे बिना सिंबल के निर्दलीय जीत कर दिखाएं। BJP नेता राहुल रंजन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि, कांग्रेस के सर्वमान्य नेता राहुल गांधी मतदाता सूची पुननिरीक्षण के विरोध में बंदी के दौरान पटना आए थे। बंदी के दौरान जुलूस निकालने के दौरान कांग्रेस के सर्वमान्य राहुल गांधी के रथ में सांसद पप्पू यादव को चढ़ने नहीं दिया गया। उन्हें धक्का देकर एक ओर कर दिया गया। यह सब राहुल गांधी के इशारे पर किया गया। पहले से ही सूची तैयार कर एक साजिश के तहत उन्हें रथ में चढ़ने नहीं दिया गया और उनका घोर अपमान किया गया है। यह बिहारियों के साथ घोर अपमान है। बिहार के इतने बड़े नेता जो कि निर्दलीय जीत कर आए हैं। उनका इस तरह का अपमान किया जाता है। पप्पू यादव बिहार, झारखंड, उड़ीसा और बंगाल ही नहीं देश के कई राज्यों के लोगों की सेवा में लगे रहते हैं। फिर भी ऐसे निर्दलीय सांसद को अपमानित किया गया है। यह घृणित काम किया गया है। क्योंकि, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव किसी दल के नेता नहीं, बल्कि पूरे बिहार के 14 करोड़ के लोगों की आवाज हैं। उन्होंने बंद में शामिल होने का आह्वान किया था। लकिन, साजिश के तहत उनका अपमान किया गया है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं, उन्होंने 14 करोड़ बिहारी का अपमान क्यों किया। जबकि, निर्दलीय सांसद सबका प्रतिनिधित्व करने वाला होता है। यह पप्पू यादव का अपमान नहीं बिहार का अपमान है। मैं राहुल गांधी को चैलेंज करता हूं कि, वह पप्पू यादव जैसा एक बार भी बिना सेंबल के निर्दलीय जीत कर दिखाएं। वे यह भी कहते हैं कि, जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो वह बिहार क्यों नहीं आते थे।
BJP नेता राहुल रंजन ने कहा कि, राहुल गांधी ने इटालियन गाय का दूध पिया है तो निर्दलीय चुनाव लड़कर दिखाएं। बिना किसी पार्टी के सिंबल पर लड़कर दिखाएं। तो जाने... जबकि, पप्पू यादव निर्दलीय जीतते हैं और वह संसद के तौर पर सब का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं। इन्हें आंदोलन में शामिल होने की घोषणा के बीच राहुल गांधी के रथ में चढ़ने नहीं दिया गया और घोर अपमान किया गया। अगर हिम्मत है तो राहुल गांधी मेरा चैलेंज स्वीकार करें और निर्दलीय लड़कर दिखाएं।
गया जी से मनीष कुमार की रिपोर्ट