राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का नया दफ्तर अब कौटिल्य नगर में होगा क्योंकि भवन निर्माण के द्वारा जो नोटिस दिया गया था वन व्हीलर रोड स्थित बांग्ला को लेकर के जिसके बाद पशुपति पारस ने उसे बांग्ला को खाली कर दिया जो केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को मिला है। बर्तन वाया था 2021 में चाचा भतीजा के बीच खटपट हो गई थी और पार्टी टूट गया था जिसके बाद पशुपति पारस की लोजपा वाली दफ्तर मिला और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान अपने निजी आवास से पार्टी को चलाया लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में ठीक उसका विपरीत हो गया और चिराग पासवान को nda में जगह मिली और 5 सीट पर चुनाव लड़ा जिसमें से सभी सीट पर जीत दर्ज वही उसके बाद सीएम नीतीश कुमार लगातार केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान मिलते और अपने पिता वाला सरकारी दफ्तर अपने चाचा पशुपति पारस से छीना लिया।जिसके बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस अपने निजी आवास से अपना पार्टी चलाने का फैसला लिया है और साथ ही 19 और 20 नवंबर को बैठक करके बड़ा फैसला nda से अलग होने का ले सकते हैं।