Patna : अंतर्राष्ट्रीय ऑलंपिक दिवस के अवसर पर पाटलिपुत्र खेल परिसर में खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने बिहार ओलंपिक एसोसिएशन के नए ऑफिस का फीताकाट कर उद्घाटन किया। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण की उपस्थिति में उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर नवगठित बिहार ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार, मानद सचिव प्रदीप कुमार, कोषाध्यक्ष मोहम्मद मुख्तार सहित बड़ी संख्या में कई खेल संघठनों के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। हाल ही में संपन्न हुए नेशनल यूथ गेम्स 2025 में बिहार ने 36 मेडल जीत कर नया इतिहास रचा है। इन सभी मेडल विजेता खिलाड़ियोंको नवगठित बिहार ओलंपिक एसोसिएशन कि ओर से मेडल और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं बिहार ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियोंको को सम्मानित किया गया है। खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता ने सभी का अभिनंदन करते हुए अपने संबोधन में कहा कि, खेल के क्षेत्र में बिहार निरंतर नयी ऊंचाईयों को छू रहा है। वह सरकार की खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास की प्रतिबद्धता का सकारात्मक परिणाम तो है ही साथ ही साथ खेल प्राधिकरण के महानिदेशक के कुशल मार्गदर्शन में राज्य में खेल के विकास के लिए किए गए सतत प्रयास का बहुत अहम योगदान है। बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है। खेल संघ सरकार और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के साथ मिल कर आपसी समन्वय और सहयोग के साथ राज्य में खेल के विकास के लिए काम करेंगे तो बिहार को इस क्षेत्र में भी बुलंदियों पर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने उपस्थित लोगों का अभिनंदन करते हुए कहा कि, वर्षों से वो इंतजार कर रहे थे कि कब बिहार ओलंपिक एसोसिएशन और खेल प्राधिकरण एक साथ मिलकर राज्य में खेल के विकास के लिए काम करेंगे और आज वो शुभ घड़ी आ ही गई है। जब नव गठित बिहार ओलंपिक एसोसिएशन का नया ऑफिस पाटलिपुत्र खेल परिसर में ही खुल रहा है। बिहार ओलंपिक संघ से हमारा ये विनम्र निवेदन है कि, किसी फेडरेशन से मान्यताप्राप्त राज्य में कोई भी खेल संघ जो कानूनी मामले में निर्विवाद है और अच्छा काम कर रहा है उसे बिहार ओलंपिक संघ से संबद्धता के लिए आवेदन देने पर बिना भेद भाव के संबद्धता जरूर प्रदान करें।
राज्य के सभी खेल संघों से भी हमारा अनुरोध है कि, अपने-अपने खेलों में प्रतिभावान खिलाड़ियों के चयन में जाति, धर्म और परिवारवाद की भावना से ऊपर उठ कर बिना आपसी मतभेद के सरकार और खेल प्राधिकरण के साथ कदम से कदम मिलाकर खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए काम करें तभी बिहार खेल में नयी ऊंचाईयों को छू पाएगा। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बिहार की स्थिति और सुदृढ़ हो पाएगी।
इस दौरान शंकरण ने भी बड़ी घोषणा की है, राज्य के विधान सभा चुनाव के बाद पहली बार राज्य खेल प्रतियोगिता कराई जाएगी। जिसमें से ही नेशनल गेम्स में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा।