Vaishali : वैशाली से खबर है, जहां पटना में हुए तेजस्वी यादव के सरकारी आवास के बाहर अपराधियों द्वारा फायरिंग के मामले पर हाजीपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया दिया है। चिराग पासवान ने कहा कि, यह चिंता का विषय है इतनी ज्यादा सेंसिटिव एरिया में इस तरीके से फायरिंग अगर हो रही है स्थानीय प्रशासन से आग्रह करूंगा कि, गंभीरता से लेने की जरूरत है। चुनावी वर्ष होने की वजह से कई ऐसे और सामाजिक तत्व हैं जो एक भय का माहौल बनाने का कोशिश करते हैं। जिस तरीके से बिहार में हाल के दिनों में घटना बढ़ी है यह दर्शाता है कि, और सामाजिक तत्व भय का माहौल उत्पन्न करने में लगे हुए हैं
। वहीं इसकी जिम्मेदारी हमारी सरकार की है। हमारी प्रशासन की है। और असामाजिक तत्व अपराधियों की धर पकड़ तुरंत और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। जब तक उनके मन में कानून का भय नहीं होगा बहेराल मैं बिहार सरकार का हिस्सा नहीं हूं। लेकिन, समर्थन जरुर करता हूं। मैं भी बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है और आने वाले दिनों में बिहार में कानून व्यवस्था के साथ कोई भी अपराधी खिलवाड़ नहीं करें। तेजस्वी यादव के घर के बाहर फायरिंग साजीश है या नहीं यह जांच का विषय है। यह जांच रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर होगी जो भी होगा उस पर कार्रवाई होगा।
चिराग पासवान पर तेजस्वी यादव के द्वारा लगातार आयोग को लेकर हमले का जवाब देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि, चुनाव में मुद्दे से भटकने का काम कुछ लोगों के द्वारा किया जा रहा है। यह हम होने नहीं देंगे। बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के सोच के साथ मैं आगे बढ़ रहा हूं।
बिहार में चुनाव होगा तो सिर्फ विकास के मुद्दे पर ही चुनाव होगा। फर्स्ट टाइम वोटर को जानना जरूरी है। अभी जो आयोग को जमाई आयोग की बात कहते हैं उनके समय में आयोग की क्या हालत थी न के बराबर थी। स्वर्ण आयोग इस तरह के तमाम आयोग होते भी नहीं थे। उसे वक्त परिवार के कौन-कौन से लोग बिहार में सरकार चला रहे थे। लालू जी के जेल जाने के बाद लोगों को परिवार पार्टी और सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी गई।
आज जनता से छुपी हुई नहीं है। हम जब दूसरे पर उंगली उठाते हैं तो कई उंगली अपने तरफ मुड़ी होती है। बिहार में अगर चुनाव होगा तो सिर्फ विकास के मुद्दे पर होगा। लालू प्रसाद यादव के बाबा भीमराव अंबेडकर को लेकर वीडियो वायरल होने के मामले पर चिराग पासवान ने कहा कि, थोड़ी संवेदना रखनी चाहिए अनुभवी है बुजुर्ग है हम उनकी सेहत का भी सम्मान करते हैं। बाबा भीमराव अंबेडकर हमारे संविधान के रचयिता हैं।
देश के 140 करोड़ जनता उसी संविधान चलता है। जो दृश सामने आए वह भावनाओं को ठेस पहुंचती है। यह उम्मीद लालू जी से नहीं किया सकती है। वह जानकार है और महापुरुषों का सम्मान करना जानते हैं। किस सोच के साथ यह दृश्य हम लोगों के सामने लाया गया दलित विरोधी सोच जो राजद के साथ जोड़ा जाता है वह भी सामने आ गया।
हाजीपुर से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट