Patna :- बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली गई 70 वीं PT परीक्षा को रद्द करने को लेकर अभ्यर्थी और राजनीतिक दलों के नेता पहले से ही आंदोलन कर रहे हैं अब यह मामला पटना हाईकोर्ट भी पहुंच गया है, इस मामले पर मकर संक्रांति के बाद 15 जनवरी को पटना हाई कोर्ट सुनवाई करेगी, अब देखना है कि हाईकोर्ट याचिकाकर्ता की मांग पर परीक्षा को रद्द करती है या फिर बीपीएससी के दावे पर भरोसा करता है.
बताते चलें कि प्रशांत किशोर अभी भी इस मुद्दे को लेकर अस्पताल में अनशन पर हैं.उनकी पार्टी जनसुराज के द्वारा पटना हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है जिसे कोर्ट ने मंजूर करते हुए 15 जनवरी को सुनवाई की तिथि निर्धारित की है.इस सम्बन्ध में जन सुराज पार्टी की ओर से याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता प्रणव कुमार ने बताया कि अनुच्छेद 226 के तहत रिट याचिका दायर करके उन्होंने हाल में हुई 70वीं BPSC PT परीक्षा को रद्द करके फिर से इस परीक्षा को पूरे राज्य में आयोजित कराने की मांग की है. जनसुराज पार्टी की ओर से ये मांग भी की गयी है कि जबतक रीएग्जाम नहीं हो, तबतक प्री परीक्षा का रिजल्ट भी नहीं जारी किया जाए.
वहीं दूसरी ओर पप्पू यादव 12 जनवरी को इस मुद्दे पर बिहार बंद का आह्वान कर चुके हैं और बंद को सफल बनाने के लिए जगह-जगह अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं, जबकि बीपीएससी किसी भी तरह के री एग्जाम कराने को तैयार नहीं है उसने आंसर की भी जारी कर दी है और अभ्यर्थियों से सुझाव मांगे हैं. इस महीने के लास्ट तक रिजल्ट देने की तैयारी बीपीएससी कर रही है, अब देखना है कि पटना हाई कोर्ट इस मुद्दे पर क्या फैसला देती है. परीक्षा को तुरंत रद्द कर दिया जाता है या फिर याचिका खारिज कर दी जाती है अथवा यह मामला लंबा खींचता है. अगर मामला लंबा खींचेगा तो नुकसान बीपीएससी अभ्यर्थियों का ही होगा, क्योंकि पीटी परीक्षा में सफल होने की उम्मीद लगा रहे अधिकांश अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं.