पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मणिपुर दौरे पर गए हैं जहां उन्होंने कई ट्रेनों समेत 2800 करोड़ रूपये की सौगात दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में सभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर भी हमला किया तो दूसरी तरफ विपक्ष भी उनके मणिपुर दौरे को लेकर हमलावर है। PM के मणिपुर दौरा का राजनीतिक असर बिहार में भी दिख रहा है और बिहार के विपक्षी नेता भी उनके ऊपर हमलावर हैं। एक तरफ जहां बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने PM को मणिपुर के साथ ही असम का दौरा करने की नसीहत दी तो दूसरी तरफ पप्पू यादव ने भी कई आरोप लगाये। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने PM के मणिपुर दौरे को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर तो गए हैं, हमें लगता है कि मणिपुर का मामला जल्द से जल्द शांत होना चाहिए। प्रधानमंत्री मणिपुर गए हैं। वहीं असम में भी कई लोग आंदोलन कर रहे हैं, हमें लगता है कि मणिपुर गए हैं तो उन्हें असम भी जाना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने PM के मणिपुर दौरा को लेकर कहा कि मणिपुर की पूरी नस्ल खत्म होने पर आई और मणिपुर जब चीन के गोद में चली गई। भारत के संविधान से इतर हो गया, सामाजिक वातावरण खत्म होने के बाद वह मणिपुर जा रहे हैं। जय हो प्रधानमंत्री जी, सब कुछ गंवा कर मणिपुर याद आ रहा है। मणिपुर की बेटी जब तरपती रही तब उन्हें याद नहीं आया लेकिन आज उन्हें याद आई है। प्रधानमंत्री जी पूरा नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, अरुणाचल समेत पूरा उत्तरी इलाके अपने को इस देश से कटा हुआ महसूस कर रहे हैं। अप उन्हें इस्तेमाल करते हैं और उनका सामाजिक वातावरण सही नहीं होने दे रहे हैं। जब तक देश में कांग्रेस की सरकार रही हिंदी, उत्तर भारत सब एक रहा लेकिन जब से आप आये हैं देश टुकड़ा टुकड़ा होने लगा है। आपके पालिसी की वजह से आतंरिक झगड़े बढ़ गए, पड़ोसी देश चीन के गोद में चले गए। नेपाल में फिर से राजशाही तंत्र लौटाने की कोशिश कर रहा है। ये चीजें सही नहीं है। आजादी के बाद जिस देश पर पूरा दुनिया गर्व करती थी आज वह देश अपने आप को पिछलग्गू महसूस कर रहा है।
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इस दौरान पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव के बिहार अधिकार यात्रा को लेकर कहा कि यह अच्छी बात है। दल भले अलग है लेकिन लक्ष्य तो एक ही है। सबको अधिकार है अपनी पार्टी को लेकर निकलने का। कांग्रेस भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। राहुल-प्रियंका गांधी भी बिहार आ रहे हैं। हमलोग हर परिवार को 5 गारंटी देने जा रहे हैं, और कांग्रेस का सबसे बड़ा सपना लेकर हम लोगों के बीच जा रहे हैं। वहीं जेपी नड्डा के बिहार आगमन को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें हम बाढ़ और महामारी के समय याद नहीं आये, लेकिन चुनाव के दौरान याद आ गई। नड्डा जी अभी यहां कर रहे हैं, कोरोना के दौरान बिहारियों को पैदल चलने के लिए छोड़ दिया। आज बिहार के सामानों पर जीएसटी 18 और 28 प्रतिशत लगा दिया जबकि गुजराती सामान पर जीएसटी 0 प्रतिशत कर दिया तो मेरे अंगने में आपका क्या काम है। आप मुख्यमंत्री नीतीश के कहने पर एक विश्वविद्यालय, एक बांध नहीं दे सके तो क्या करने आये हैं। भले आपका पूरा कुनबा आ जाये लेकिन बिहारी आपको भगाने वाले हैं।
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