Motihari News : पूर्वी चंपारण जिले के कचहरी चौक पर सगासा संघर्ष समन्वय समिति, बिहार की जिला इकाई के बैनर तले ग्रामीण आवास सहायक, ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक तथा प्रखंड लेखापाल सहित सैकड़ों आवास कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरना प्रदर्शन की शुरुआत की। यह प्रदर्शन प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत कार्यरत आवास कर्मियों की 16 सूत्री मांगों को लेकर किया जा रहा है। धरना स्थल पर कर्मियों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से न्याय की गुहार लगाई और चेतावनी दी कि, यदि उनकी मांगें अनसुनी रहीं तो अगली बार यह आंदोलन जिला स्तर पर न होकर राजधानी पटना में होगा।
धरना स्थल पर उपस्थित कर्मियों का कहना था कि वे वर्ष 2014 से योजना के क्रियान्वयन में निष्ठा से लगे हैं, बावजूद इसके उन्हें आज तक न तो सम्मानजनक मानदेय मिल पाया है और न ही उनकी सेवाओं को स्थायी किया गया है। वहीं सगासा के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि "हम सभी कर्मी विगत एक दशक से लगातार काम कर रहे हैं। आज भी हम सरकारी तंत्र का अभिन्न अंग हैं लेकिन सरकार हमें कोई अधिकार नहीं दे रही है।
हम जिन दस लाख परिवारों को बिहार में आवास योजना का लाभ दे रहे हैं, उन्हीं कर्मियों को खुद अपने परिवार के साथ किराए के घर में, या कच्चे मकानों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। अगर राज्य सरकार और ग्रामीण विकास विभाग ने उनकी मांगों पर जल्द सकारात्मक निर्णय नहीं लिया, तो यह आंदोलन और अधिक उग्र रूप लेगा और पूरे बिहार में इसका असर दिखेग।मौके पर सभी ने एक स्वर में कहा कि यह आंदोलन अब तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी सभी 16 सूत्री मांगों पर संज्ञान लेकर उचित निर्णय नहीं लेती।
मोतिहारी से प्रशांत कुमार की रिपोर्ट