Bhojpur : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार में संपूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से सिताब दियारा से शुरू की गई 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत आज भोजपुर के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। उन्होंने जगदीशपुर प्रखंड में आयोजित बिहार बदलाव सभा को संबोधित किया।
जनसभा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने रक्षा मंत्री और भाजपा नेता राजनाथ सिंह के बयान कि भाजपा ही बिहार का गौरव वापस लाएगी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा करीब 20 साल से राज्य में और 11 साल से केंद्र में सत्ता में है, फिर अब तक बिहार का खोया गौरव वापस क्यों नहीं ला पाई। प्रशांत किशोर ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब 15 साल में नहीं ला पाए तो 150 साल में लाएंगे क्या।
इसके साथ ही उन्होंने बिहार चुनाव से कुछ महीने पहले चुनाव आयोग द्वारा बिहार मतदाता सूची में संशोधन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इस तरह का अभियान शुरू करने से पहले जनता और सभी हितधारकों को विश्वास में लेना चाहिए था। चुनाव आयोग को हर दिन बताना चाहिए कि इस प्रक्रिया में कितने नए नाम जुड़े और कितने नाम सूची से हटाए गए। उन्हें बताना चाहिए कि चुनाव से पहले सूची में संशोधन की जरूरत क्यों पड़ी और वे इसे कैसे लागू करेंगे। समाज को डर है कि इससे बड़ी संख्या में लोगों के नाम मतदाता सूची से हट सकते हैं और इसका फायदा चुनाव में भाजपा को मिल सकता है।
जगदीशपुर में गरजे प्रशांत किशोर, कहा- मोदी जी वोट ले रहे हैं हम लोगों से और फैक्ट्री लगा रहे हैं गुजरात में, आरा, भोजपुर के बच्चे वहां जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं
अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी जी बिहार की जनता से वोट लेकर गुजरात में फैक्ट्री लगा रहे हैं। पूरे देश का पैसा लेकर गुजरात के गांव-गांव में फैक्ट्री लगाई जा रही हैं और आरा, भोजपुर के बच्चे वहां जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं। उन्होंने जनता से पूछा कि जब वोट आपका है तो फैक्ट्री कहां लगनी चाहिए, गुजरात में या बिहार में?
इसके साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें। अगली बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें। बिहार में व्यवस्था परिवर्तन कर जनता का राज स्थापित करने के लिए नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें। चुनाव में वोट लालू, नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दीजिएगा। अगली बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें।