Patna - BPSC अभ्यर्थियों के आंदोलन में हीरो से विलन बनने की चर्चा के बीच जनसुराज के सुप्रीमो प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार और पटना पुलिस पर जमकर निशाना साधा है, और कहा है कि पुलिस के इस रवैया से वे लोग डरने वाले नहीं है. पुलिस के खिलाफ भी मामला दर्ज कराने के लिए वे लोग जा रहे हैं. सिटी एसपी के खिलाफ कोर्ट और मानवाधिकार आयोग में शिकायत करेंगे. उन्होंने आगे भी छात्रों के लिए लड़ाई जारी रखने की बात कही है.
दरअसल बीपीएससी छात्र के आंदोलन के मुद्दे पर प्रशांत किशोर आज एक बार फिर से मीडिया के समक्ष आए. उन्होंने कहा कि जिस किसी ने छात्रों पर लाठी चार्ज किया है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा. कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, हम लोग भी पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने जा रहे हैं.मैं किसी वर्दी वाले या फिर कुर्ता पजामा वाले से डरने वाला नहीं हूं. मैं अंतिम दम तक छात्रों की लड़ाई लडूंगा. सिटी एसपी के खिलाफ कोर्ट और मानवाधिकार आयोग जाएंगे.
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जब तक वे खुद खड़े थे,तब तक लाठी चार्ज नहीं हुआ. जैसे ही मैं वहां से हट गया तो मेरे हटने के 45 मिनट बाद लाठी चार्ज किया गया. लाठीचार्ज के मामले को हम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग में ले जाएंगे.
बताते चलें कि प्रशांत किशोर के आह्वान पर ही गांधी मैदान में बीपीएससी आंदोलनकारी अभ्यर्थी जुटे थे. फिर प्रशांत किशोर के नेतृत्व में आंदोलनकारी गांधी मैदान से सीएम आवास के लिए विरोध मार्च शुरू की थी. मौर्या होटल और डाक बंगला के पास पुलिस की बेरीकेटिंग को तोड़ते हुए ये लोग आगे बढ़े.और जेपी गोलंबर पर जमकर हंगामा और प्रदर्शन हुआ. बाद में प्रशांत किशोर यहां से निकल गए और पुलिस ने फिर आंदोलनकारी छात्रों को भी निकल जाने के लिए कहा. पांच छात्रों के प्रतिनिधियों को मुख्य सचिव ने वार्ता के लिए भी बुलाया, पर आंदोलनकारी अभ्यर्थी सिर्फ मुख्यमंत्री से बात करना चाहते थे जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी दिल्ली में है. पुलिस की बात नहीं मानने पर पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और फिर लाठी चार्ज करके इनको हटाया गया कई लोगों को हिरासत में लिया गया इस लाठी चार्ज में कई छात्र घायल भी हुए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
लाठी चार्ज के बाद रात में जो प्रशांत किशोर फिर से गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पहुंचे तो वहां कई आंदोलनकारी छात्रों ने उनका विरोध किया और कहा कि लाठी से पिटवाने के बाद अब यहां क्यों आए हैं. आंदोलनकारी छात्रों और प्रशांत किशोर के बीच तीखी बहस भी हुई जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. वहीं दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पप्पू यादव ने भी प्रशांत किशोर पर परोक्ष रूप से हमला किया और कहा कि वे सरकार की B टीम बनकर छात्र के आंदोलन को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं. पप्पू यादव ने आज राज्यपाल से भी मिलकर छात्रों की मांगों के समर्थन का पत्र दिया है.