Patna :- दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुके हैं और 8 जनवरी को मतगणना होने वाली है, इसके बाद दिल्ली में सरकार बन जाएगी. दिल्ली के बाद बिहार विधानसभा की चुनाव की तैयारी में निर्वाचन आयोग जुट गया है. मिली जानकारी के अनुसार होली के आस पास चुनाव आयोग की टीम बिहार आएगी और राज्य के सभी जिलाधिकारी और एसपी के साथ मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक करेगी.
इस बैठक के साथ ही अनौपचारिक रूप से बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी. वोटर लिस्ट के अपडेट करने के साथ ही अन्य तरह की तैयारी को लेकर चुनाव आयोग की टीम दिशा निर्देश देगी.
बताते चलें कि मौजूदा बिहार विधानसभा का कार्यकाल नवंबर में खत्म होने जा रहा है उससे पहले चुनाव आयोग यहां की विधानसभा चुनाव को संपन्न करायेगी. ऐसी संभावना है कि सितंबर माह में बिहार में आदर्श आचार संहिता लग जाएगी. चुनाव आयोग से पहले सरकार और विपक्षी दल चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के माध्यम से बिहार का दौरा कर रहे हैं और विभिन्न योजनाओं का शिलानस और उद्घाटन के साथ ही नई योजनाओं की घोषणा भी कर रहे हैं. सरकारी नौकरी और रोजगार के अवसर को लेकर भी सरकार की तरफ से कई तरह के दावे किए जा रहे हैं, वही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी बिहार का दौरा कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार कर रहे हैं. एक माह के अंदर राहुल गांधी भी बिहार का दो बार दौरा कर चुके हैं इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस भी बिहार चुनाव की तैयारी में जुट गई है.
वर्तमान राजनीतिक हालात को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहे हैं कि बिहार में मुख्य रूप से एनडीए बनाम महागठबंधन का चुनाव होगा. एनडीए में अभी जेडीयू, बीजेपी, चिराग पासवान की लोजपा, जीतन राम मांझी की हम पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भी शामिल है, वहीं दूसरी और महागठबंधन में अभी मुख्य रूप से राजद कांग्रेस वामपंथी दल और मुकेश साहनी की VIP पार्टी शामिल है. दोनों गठबंधन में सीट बंटवारा खींचतान की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि दोनों गठबंधन के छोटे दलों के नेताओं ने अभी से ही अधिक संख्या पर चुनाव लड़ने की दावेदारी शुरू कर दी है.