Desk:- कोर्ट में पेश नहीं होने पर राष्ट्रपति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला साउथ कोरिया का है जहां राष्ट्रपति पद से महाभियोग के जरिए हटाए गए यून सुक योल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बताते चलें कि राष्ट्रपति पद पर रहते हुए यून सुक योल ने 14 दिसंबर 2024 को मार्शल लॉ यानी इमरजेंसी लागू की थी, पर देश की संसद ने 3 घंटे में ही उनके आदेश को पलट दिया था और महाभियोग प्रस्ताव लाकर उन्हें पद से हटा दिया था. महाभियोग को लेकर 14 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने थी जिसके लिए यून सुक योल को कोर्ट में पेश होना था पर वे कोर्ट में पेश नहीं हुए जिसके बाद जांच एजेंसियों की तरफ से उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि इस गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को काफी विरोध का सामना करना पड़ा. मिली जानकारी के अनुसार यून सुक योल की सुरक्षा में लगे गार्डों ने पुलिस को रोकने की बहुत कोशिश की और इसके साथ ही राष्ट्रपति आवास के बाहर बड़ी संख्या में समर्थक प्रदर्शन करने पहुंच गए थे, इसके बाद पुलिसकर्मी सीढ़ी लगाकर घर में घुसे और यून सुक योल को गिरफ्तार कर लिया.
राष्ट्रपति यून सुक योल के द्वारा इमरजेंसी लगाए जाने और फिर महाभियोग के जरिए हटाए जाने के मुद्दे पर कोर्ट में सुनवाई होनी बाकी है और कोर्ट के फैसले पर ही उनका भविष्य तय होगा. इस बीच दक्षिण कोरिया में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है.
बताते चलें कि यून सुक योल 2022 में मामूली अंतर से चुनाव जीता था इस बीच उनकी लोकप्रियता लगातार काम हो रही थी. अपनी पत्नी से विवाद में फंसने की वजह से उनकी इमेज पर सवाल उठ रहे थे. वहीं संसद के 300 सीटों में उनकी सत्ताधारी दल को महज 108 सीटें ही मिली थी जबकि विपक्षी दल को 170 सीट मिली थी और विपक्षी दल राष्ट्रपति के कामकाज में ज्यादा दखल दे रही थी जिसके बाद उन्होंने इमरजेंसी घोषित कर दी थी, और फिर विपक्षी दलों ने अपने बहुमत के आधार पर उनके खिलाफ महाभियोग लगाकर हटा दिया.