कोलकाता: पड़ोसी देश बांग्लादेश से अक्सर अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार और हिंसा की खबरें आ रही हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध अब भारत में आवाज उठने लगी है। एक तरफ जहां बिहार में जगह जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं तो दूसरी तरफ मंगलवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी लोगों ने आक्रोश मार्च निकाला। कोलकाता में आक्रोश मार्च के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की और इस दौरान लाठी चार्ज भी हुआ जिसमें दोनों ही तरफ से कुछ लोग जख्मी हो गए।
पश्चिम बंगाल की बंगीय हिंदू jagran ने हिंदू हुंकार पदयात्रा निकाली जिसके तहत सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतरे और कोलकाता में स्थित बांग्लादेश उप उच्चायोग का घेराव करने के लिए आगे बढ़े। उप उच्चायोग की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की और इस दौरान पुलिस के साथ झड़प भी हुई। झड़प में कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी जख्मी हो गये।
यह भी पढ़ें - सोशल मीडिया पर अगर गलती से भी किया ऐसा तो भरना होगा एक करोड़ रूपये तक का जुर्माना, हो सकती है 7 वर्ष की जेल भी...
इस दौरान लोगों ने बांग्लादेश और बांग्लादेशी सरकार के विरुद्ध जम कर नारेबाजी भी की और प्रधानमंत्री युनुस खान के चित्र जलाये। पदयात्रा सियालदह से शुरू हुई और बांग्लादेश उप उच्चायोग की तरफ बढ़ा लेकिन पुलिस ने बेकबागन इलाके में रोक दिया और इस दौरान लोगों का गुस्सा भड़क उठा जिसके बाद झड़प हो गई। झड़प के दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज भी की जिसमें कई लोग जख्मी हो गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं के विरुद्ध अत्याचार हो रहा है लेकिन वहां की सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
इस दौरान प्रदर्शनकारी ने आरोप लगाया कि बंगाल की पुलिस ऐसे बर्ताव कर रही है, जैसे वह बांग्लादेश में हमारे भाइयों को पीट-पीटकर मारने वालों को संरक्षण देना चाहती हो। इस साल की शुरुआत में मुर्शिदाबाद में भीड़ द्वारा हिंदुओं को पीट-पीटकर मार डालने के दौरान पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने में ऐसी तत्परता नहीं दिखायी थी।
यह भी पढ़ें - प्रकाश पर्व पर पटना आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं होगी कोई परेशानी, जिला प्रशासन के साथ ही...