प्रशांत किशोर का पूरा फर्जीवाड़ा अब खुल गया है चाहे वह लग्जरियस वन हो या फिर भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ सानिध्य का सवाल हो पूरे मामले में एक सत्याग्रह को भड़काने की कोशिश की गई प्रशांत किशोर का इस्तेमाल सत्ता के लोगों ने किया गांधी मैदान में भी अभ्यर्थियों को पिटवाया जब राष्ट्रीय जनता दल ने सवालों की झड़ी लगाई तो रातों-रात इसको उठा लिया गया जब न्यायालय में इसको ले जाया गया उसे वक्त भी उदंडता सामने आई एसपी से तू तड़क भी सामने आया इसके फैसले पर पुनर्विचार किया गया प्रशांत पांडे के लिए दिए गए फैसले पर अगर न्यायिक विचार होता है तो कल्पना कर सकते हैं कि दिल्ली से लेकर पटना तक सत्ता किस तरह से प्रशांत किशोर का इस्तेमाल कर रही है और प्रशांत किशोर इस्तेमाल हो रहा है प्रशांत किशोर नोट छपते हैं और वोट काटने का काम करते हैं बिहार का पिछड़ा दलित पिछड़ा इस बातों को समझ रहा है अगर प्रशांत किसी अति पिछड़ा समाज से होते तो क्या निर्णय बदले जाते परिवहन विभाग में प्रशांत किशोर के सारे फर्जीवाड़े को सामने रख दिया ऐसे लोग लोकतंत्र के लिए घातक है यह लोग लोकतंत्र का मजाक बनाकर रख रहे हैं यह अभी तक कह रहे हैं कि हम सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं उसका तो सारा फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया प्रशांत किशोर भाड़े पर काम करने वाले भाड़े के टट्टू है