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RJD सांसद सुधाकर सिंह ने CM नीतीश को लिखा पत्र, राज्यपाल से मिलकर कार्रवाई की मांग..

RJD MP Sudhakar Singh wrote a letter to CM Nitish, demanding

Patna :- बिहार आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह नीतीश सरकार और उनके अधिकारियों पर लगातार हमलावर रहे हैं. महागठबंधन की सरकार में मंत्री बनने के बाद भी हुए नीतीश सरकार की कई नीतियों के खिलाफ बयान बाजी करते थे और अब सांसद के रूप में उन्होंने वित्त विभाग में अधिकारियों द्वारा गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है और इसकी राज्यपाल से मुलाकात कर पत्र की कॉपी सौंपा कर कार्रवाई की मांग की है.

इस पत्र में बक्सर के आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने लिखा है कि-

मैं बिहार सरकार के वित्त विभाग में हुए कुछ अनियमितताओं एवं राज्य के सरकारी विभागों में वरिष्ठ पदाधिकारियों के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने परिजनों की निजी कंपनियों को ठेका दिये जाने से संबंधित मामलों में आपका ध्यान आकर्षण करवाने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं । 


बिहार सरकार के कई विभागों में वरिष्ठ अधिकारियों एवं नेताओं के परिजनों की निजी कंपनियों एवं गैर सरकारी संगठन को बिना किसी टेंडर की प्रक्रिया के संविदा पर काम दिया गया है या उन्हें बतौर सलाहकार अथवा परामर्शी सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है । इस वजह से राज्य सरकार का प्रति वर्ष सैकड़ों करोड़ रुपये का आर्थिक व्यय हो रहा है जिसकी सार्थकता का अवलोकन करना अति आवश्यक है ।


आपसे आग्रह है कि राज्य सरकार के सभी विभागों में बिना किसी टेंडर या प्रतिस्पर्धी बोली (competitive bid) के बतौर सलाहकार या परामर्शी के तौर पर नियुक्त किए गए निजी व्यक्तियों एवं कंपनियों की विस्तृत जांच करवाने का कष्ट करें । इसके अलावा सरकार के अलग अलग विभागों में सलाहकार के तौर पर नियुक्त किए गए कंपनियों एवं गैर सरकारी संगठन की भूमिका का अवलोकन एवं समीक्षा करवाया जाना अतिआवश्यक है ताकि राज्य सरकार के संसाधनों का दुरुपयोग न हो सके।


इसके अलावा मैं आपका ध्यान दिनांक 31 अगस्त 2024 को नियुक्त हुए वित्त सचिव की मात्र तीन दिन बाद हुए स्थानांतरण के संदर्भ में भी आकर्षित कराना चाहता हूँ । वित्त सचिव के तौर पर मूल स्थापन होने के बाद किसी भी पदाधिकारी का कार्यकाल एक निश्चित समय के लिए होता है मगर इस मामले में 3 सितम्बर 2024 को सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा पुराने वित्त सचिव का तबादला 3 दिनों के अंदर करके आनंद किशोर को वित्त सचिव बनाया गया जो प्रथम दृष्टया अनुचित प्रतीत होता है । साथ ही, वर्तमान वित्त सचिव के द्वारा लिए गए कई निर्णय उनकी निष्पक्षता के ऊपर सवाल खड़े करते हैं । इस संदर्भ में बजट सम्बंधित बैठकों में निजी कंपनियों एवं व्यक्तियों की सहभागिता के साथ साथ कुछ चिन्हित सलाहकार संस्थानों को वित्त विभाग के द्वारा विशेष प्राथमिकता दिए जाने के निर्णय भी शामिल हैं ।


बिहार राज्य में जन लोकपाल का पद कई वर्षों से रिक्त है जिसकी वजह से इस तरह के मामलों की न्याय संगत जांच नहीं हो पाती है । इसलिए आप से आग्रह है कि बिहार राज्य में जन लोकपाल के नियुक्ति हेतु राज्य सरकार को उचित दिशा निर्देश देने की कृपा करें ।

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